
नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के विवाद के बीच आंदोलनकारी 8 बड़े पहलवानों ने विदेश में होने वाली एक प्रतियोगिता में हिस्सा न लेने का एलान किया है। इन पहलवानों में बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट भी हैं। एक पहलवान ने चोटिल होने की वजह से नाम वापस लेने की बात कही है। इससे कुश्ती संघ का विवाद और गहराने के आसार दिख रहे हैं। खबर के मुताबिक बजरंग पुनिया, उनकी पत्नी संगीता फोगाट, विनेश फोगाट, टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल विजेता रवि दहिया, विश्व चैंपियनशिप में मेडल विजेता दीपक पुनिया, अंशु मलिक, सरिता मोर और जीतेंद्र किन्हा ने जाग्रेब ओपन ग्रां प्री प्रतियोगिता में न जाने की बात कही है।
इनमें से अंशु मलिक का कहना है कि वो चोटिल हैं। बाकी 7 पहलवानों ने कहा है कि भारतीय कुश्ती संघ के विवाद की वजह से वो तैयारी नहीं कर सके हैं। इस वजह से नाम वापस ले रहे हैं। केंद्र सरकार के खेल मंत्रालय ने सभी पहलवानों के जाग्रेब में होने वाली प्रतियोगिता में शामिल होने को हरी झंडी भी दिखा दी थी। कुश्ती महासंघ ने इन सभी के नाम भेजे थे। इसके बाद अब आंदोलनकारी पहलवानों ने विदेश जाने से इनकार कर दिया है। इससे कुश्ती संघ का विवाद नया रूप ले सकता है।
बता दें कि बीते दिनों बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट के नेतृत्व में पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। इन पहलवानों ने बृजभूषण शरण पर यौन शोषण तक के आरोप लगाए थे। दो दिन तक पहलवानों के धरने के बाद सरकार ने जांच के लिए 7 सदस्यों की कमेटी का गठन किया था। वहीं, कुश्ती संघ का कामकाज देखने के लिए बॉक्सर मैरी कॉम के नेतृत्व में अलग कमेटी भी बनाई है। पहलवानों ने पहले ही कह दिया था कि बृजभूषण शरण सिंह को हटाने तक वो किसी प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लेंगे। अब तैयारी न होने की बात कहकर वे प्रतियोगिता में नहीं जा रहे हैं।