नई दिल्ली। केएल राहुल की चोट एक ऐसी मिस्टरी बन चुकी है जिसके बारे में किसी को कुछ पता नहीं लग पा रहा है। हाल ही में हुए भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैच की टेस्ट सीरीज में 1 मैच खेलने के बाद KL राहुल पूरी सीरीज से बाहर हो गए थे। पहले टेस्ट मैच के बाद केएल राहुल ने क्वाड्रिसेप्स टेंडन (जांघ की मांसपेशियों) में दर्द की शिकायत की थी। जिसके बाद वो पहले बेंगलुरु में स्थित नेशनल क्रिकेट अकेडमी (NCA) में गए थे जहां पर दर्द की शिकायत दूर न होने पर वो इसकी जाँच करवाने के लिए इंग्लैंड भी गए और कुछ दिन बाद इंडिया वापस आकर राहुल ने NCA में जाकर रिहैब किया। NCA ने उन्हें कुछ दिन बाद पूरी तरह से फिर करार दिया तभी वो आईपीएल खेल पाए पर सवाल ये उठता है कि जब राहुल पूरी तरह फिट नहीं थे तो NCA उन्हें फिट कैसे करार दे सकता है? । यह पहली बार नहीं कि NCA के ऊपर इस तरह सवाल उठ रहे हैं इससे पहले कई बार NCA के ऊपर सवाल उठ चुके हैं। अगर NCA में इसी तरह से खिलाड़ियों का इलाज होता रहा तो वो दिन दूर नहीं जब प्लेयर्स यहां जाना पसंद नहीं करेंगे
क्या केएल राहुल ने IPL के लिए दांव पर लगाया T20 वर्ल्ड कप?
एक खिलाड़ी को डॉक्टर से ज्यादा अपनी फिटनेस का अंदाजा होता है। अब सवाल उठता है कि जब KL राहुल को पता था कि वो अभी पूरी तरह रिकवर नहीं हुए हैं तो वो आईपीएल खेलने के लिए क्यों गए। इंग्लैंड के खिलाफ हुई सीरीज में राहुल फिट नहीं थे तो वो सीरीज से बाहर हो गए और आईपीएल में भी जब फिट नहीं तो आईपीएल क्यों खेल रहे हैं?। चोट के साथ खेलने से चोट ठीक होने के बजाय चोट और बढ़ने की आशंका है। आपको बता दे कि आईपीएल के तुरंत बाद जून में टी 20 वर्ल्ड कप खेला जाना है, भारतीय टीम में एक विकेटकीपर बैट्समैन की जरूरत है। ऐसे में राहुल को क्या चोट के साथ आईपीएल खेलना चाहिए?
यह सवाल हर भारतीय क्रिकेट फैन पूछ रहा है। शनिवार को लखनऊ और पंजाब के साथ हुए मैच में राहुल सिर्फ बल्लेबाजी करने आए उनकी जगह निकोलस पूरन ने कप्तानी की, इसके बाद राहुल की इंजरी पर सवाल खड़े होने लगे, लोग राहुल की इंजरी के बारे में जानना चाहते हैं, अब देखना होगा वर्ल्ड कप को देखते हुए क्या BCCI वर्ल्ड कप की टीम की राडार वाले खिलाड़ियों के लिए कोई दिशा निर्देश जारी करता है या नहीं।