
नई दिल्ली। भारत की पूर्व रेसलर विनेश फोगाट ने हरियाणा सरकार के द्वारा दिए गए सरकारी नौकरी, प्लॉट या 4 करोड़ नकद इनाम में से अपनी पसंद बता दी है। उन्होंने 4 करोड़ कैश प्राइज चुना है। जुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस की मौजूदा विधायक विनेश फोगाट जोकि पेरिस ओलंपिक में कुश्ती के फाइनल तक पहुंच गई थीं मगर मैच से पहले 100 ग्राम बढ़े वजन के कारण उन्हें सिर्फ फाइनल ही नहीं बल्कि पूरी प्रतियोगिता से डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था। तब हरियाणा सरकार ने घोषणा की थी कि वो विनेश फोगाट का सिल्वर मेडल विजेता खिलाड़ियों को मिलने वाला सम्मान देंगे।
सरकार की तरफ से विनेश को सम्मानस्वरूप तीन विकल्प दिए गए थे जिसमें में उन्होंने नकद पुरस्कार को चुना। विनेश के साथ पेरिस ओलंपिक में जो कुछ हुआ उससे सारा देश निराश हो गया था। विनेश इस घटना से इतना आहत हो गईं कि उन्होंने भारत लौटने से पहले ही कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था। हालांकि उनके ताऊ और गुरु रहे महावीर फोगाट ने उन्हें संन्यास ना लेने को कहा था मगर विनेश ने दोबारा खेलने से मना कर दिया। इसके बाद भारत लौटने पर विनेश का जोरदार स्वागत किया गया। विनेश फोगाट और रेसलर बजरंग पूनिया ने बाद में कांग्रेस ज्वाइन कर ली।
हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले विनेश फोगाट को कांग्रेस ने जुलाना सीट से टिकट दे दी। विनेश ने चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इस तरह से विनेश ने कुश्ती से संन्यास लेकर अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। विनेश फोगाट ने विधानसभा के बजट सत्र के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए सरकार को वादा याद दिलाया था। उन्होंने कहा था कि सरकार ने उन्हें सिल्वर मेडल के बराबर सम्मान की घोषणा की थी, मगर आठ महीने के बाद अभी तक सम्मान नहीं मिला। इसके बाद उन्हें सरकार की तरफ से तीन प्रपोजल दिए गए।