
इस्लामाबाद। इस साल भारत में वर्ल्ड कप क्रिकेट प्रतियोगिता होनी है। इस प्रतियोगिता को लेकर पाकिस्तान अब तक तरह-तरह की बात करता रहा है। उसने मैच के वेन्यू बदलने की भी मांग की, जिसे आईसीसी ने नकार दिया। अब पाकिस्तान नई पैंतरेबाजी करते हुए ये नहीं बता रहा है कि वो वर्ल्ड कप खेलने भारत आएगा भी या नहीं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने अपने संरक्षक और पीएम शहबाज शरीफ से इस बारे में मार्गदर्शन मांगा है। जिसके बाद शहबाज शरीफ ने विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई है। 14 लोगों की ये कमेटी तय करेगी कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पीसीबी की टीम भारत जाकर वर्ल्ड कप खेलेगी या नहीं।
आईसीसी पहले ही कह चुका है कि पाकिस्तान ने उससे वर्ल्ड कप क्रिकेट प्रतियोगिता खेलने का करार किया है। यानी आईसीसी ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान को वर्ल्ड कप खेलने के लिए भारत आना होगा। उसकी पैंतरेबाजी भी नहीं चलेगी। अगर पाकिस्तान की टीम वर्ल्ड कप खेलने भारत नहीं आती, तो आईसीसी अपने नियमों के तहत पाकिस्तान पर पेनाल्टी लगाने के साथ ही अन्य प्रतियोगिताओं में उसके खेलने पर रोक भी लगा सकता है। ऐसे में पाकिस्तान के सामने बड़ी मुश्किल होने वाली है। भारत के साथ आतंकवाद के मसले पर उसका टकराव जारी है और वर्ल्ड कप क्रिकेट न खेलने का सौदा उसकी टीम और पीसीबी के लिए महंगा साबित हो सकता है।
दरअसल, पाकिस्तान से भारत ने क्रिकेट समेत अन्य प्रतियोगिताएं बंद कर रखी हैं। पाकिस्तान की तरफ से भारत में लगातार आतंकी घटनाएं कराने और अपने यहां आतंकी गुटों को समर्थन और संरक्षण देने की वजह से भारत ने पाकिस्तान से क्रिकेट खेलने पर रोक लगा रखी है। पाकिस्तान इसी वजह से वर्ल्ड कप क्रिकेट खेलने में नखरेबाजी और पैंतरे दिखा रहा है।