
नई दिल्ली। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है और ये आरोप पहलवान विनेश फोगाट ने लगाया है। कई दिग्गज पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और बृज भूषण शरण सिंह पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। धरना प्रदर्शन में साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत कई रेसलर को देखा गया। अब रेसलर दिव्या काकरान ने खुले तौर पर बृज भूषण शरण सिंह का समर्थन किया है और इसके लिए वीडियो भी जारी किया है।
दिव्या ने किया अध्यक्ष का सपोर्ट
रेसलर दिव्या काकरान ने वीडियो जारी कर कहा कि मुझे एक बात समझ में नहीं आ रही है कि आज जो लोग धरने पर बैठे हैं वो कुछ समय पहले तो ट्वीट के जरिए, अपने इंटरव्यू में बृज भूषण शरण सिंह की तारीफ करते नहीं थकते थे कि जब से सर आए हैं तब से हमारी कुश्ती बदली है।ये वहीं लोग हैं जो अवॉर्ड मिलने पर कहते है कि ये अवॉर्ड आपकी वजह से मिला है। आप ऊपर तक बाद करते हो तो हमें इतने सारे टूर्नामेंट खेलने का मौका मिलता है। पहले 19 साल की उम्र तक के नेशनल खेल होते थे लेकिन अब बच्चा-बच्चा नेशनल में भाग ले रहा है क्योंकि सर बड़ी कंपनियों से पैसा उठाकर टूर्नामेंट का आयोजन करवाते हैं। वो आगे कहती हैं कि अब ट्रेंड चल रहा है कि विदेश ट्रिप पर अपने पार्टनर को साथ ले जा रहे हैं खिलाड़ी। पहले सर ने मना कर दिया था लेकिन सर ने बाद में इसलिए हां क्योंकि उन्हें लगा कि विदेश में इतने बड़े-बड़े कॉम्पिटिशन है, हमें भाग जरूर लेना चाहिए। सर ने हमेशा कुश्ती को बढ़ावा देने का काम किया है।
हरियाणा वालों ने अपनी ताकत लगा ली. अब यूपी वाले खिलाड़ियों ने मोर्चा संभाल लिया है.
पहलवान दिव्या काकरान ने साथी खिलाड़ियों के आरोप पर सवाल खड़े किए.
अब राजनीति और तेज हो रही है… pic.twitter.com/FraeYwhb5V
— Ranvijay Singh (@ranvijaylive) January 18, 2023
कभी किसी लड़की ने नहीं कही गलत बात- दिव्या
उन्होंने दूसरी वीडियो में कहा कि वो बीते 10 सालों से कैंप में हैं और उन्होंने किसी भी लड़की के मुंह से सर के लिए गलत बात नहीं सुनी है। उल्टा वो ध्यान रखते हैं कि किसी भी लड़की के साथ भेदभाव न हो। गौरतलब है कि महिला पहलवान विनेश फोगाट ने अध्यक्ष पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने यौन उत्पीड़न के अलावा मानसिक रुप से परेशान करने का भी आरोप लगाया। जिसके बाद से कई पहलवान जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हैं।