
न्यूयॉर्क। ट्विटर के बाद अब मार्क जुकरबर्ग की कंपनी मेटा Meta में कर्मचारियों पर मुसीबतों का पहाड़ टूटने जा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक मार्क ने मेटा में कर्मचारियों की छंटनी का फैसला किया है। छंटनी का ये काम आगामी बुधवार यानी 9 नवंबर से शुरू होगा। ये छंटनी बड़े पैमाने पर होगी और हजारों कर्मचारियों को मार्क जुकरबर्ग निकालने वाले हैं। अमेरिकी अखबार ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ में छपी खबर के मुताबिक मेटा के इतिहास में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर छंटनी की जा रही है। इस कंपनी में अभी 87000 लोग काम करते हैं। बताया जा रहा है कि कंपनी के सेल्स और इंजीनियरिंग समेत तमाम विभागों में छंटनी होगी।
मार्क जुकरबर्ग ने फेसबुक के बाद अन्य कई प्लेटफॉर्म भी शुरू किए। इनमें इंस्टाग्राम Instagram भी है। इसके अलावा वाट्सएप Whatsapp का भी उन्होंने अधिग्रहण किया था। इन सभी प्लेटफॉर्म के अलावा वर्चुअल रियलिटी के काम में भी उन्होंने हाथ डाला। कई तरह के गैजेट्स भी लाने की तैयारी की। इसकी वजह से मेटा नाम की कंपनी बनाकर सभी को उन्होंने इसमें शामिल किया। मार्क जुकरबर्ग का मानना था कि वो इससे मेटा को दुनिया की टॉप कंपनियों में शामिल कर लेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और मेटा को लगातार झटके लगते रहे। फेसबुक से भी यूजर्स कम हुए। इस साल शेयर बाजार में भी मेटा को झटका लगा।
साल 2022 में मेटा के शेयर्स काफी गिरे। अभी तक कंपनी के शेयर्स में 73 फीसदी गिरावट देखी गई है। सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली कंपनी में मेटा शामिल हो चुकी है। मेटा के शेयर्स की कीमत में 67 अरब डॉलर की कमी आ गई है। इससे कंपनी की फेस वैल्यू भी कम हुई है। आय के साधन कम होने की वजह से भी छंटनी की आशंका पहले से थी। बताया जा रहा है कि काफी विचार के बाद मार्क ने छंटनी का फैसला किया। माना जा रहा है कि छंटनी के बाद मेटा में स्टाफ की संख्या 20000 के आसपास की जा सकती है।