नई दिल्ली। डिजिटल ठगों ने एक बार फिर से नई रणनीति अपनाकर लोगों को ठगने का सिलसिला शुरू कर दिया है। इस बार ठगी का तरीका और भी खतरनाक हो गया है, जिसमें ठग खुद को पुलिस अधिकारी और टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारी बताकर लोगों को धमकी दे रहे हैं। एक यूजर ने इस पूरे घोटाले का पर्दाफाश करते हुए इसकी लाइव रिकॉर्डिंग की और ठगों की चालबाजी को उजागर किया है। इस नए डिजिटल ठगी में ठग, लोगों को यह विश्वास दिलाते हैं कि उनका मोबाइल नंबर वित्तीय धोखाधड़ी में शामिल है और अगर उन्होंने तुरंत कार्रवाई नहीं की, तो उनका नंबर बंद कर दिया जाएगा। यह धमकी मिलने पर घबराए हुए लोग आसानी से ठगों की बातों में आ जाते हैं और अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा कर देते हैं, जिससे ठग उनके बैंक खातों और डिजिटल पेमेंट ऐप्स का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि यह घोटाला किस तरह से लोगों को फंसाता है.. एक्स यूजर ने एक पोस्ट थ्रेड में एक-एक करके कई स्टेप्स में इस धोखाधड़ी को लाइव रिकॉर्ड किया है..
DIGITAL ARREST SCAM🚨
FIRST TIME LIVE RECORDING.
1. Please read, watch, and share this thread as much as possible so we can save more people from this fraud. pic.twitter.com/n6s0pEuYQu
— Vijay Patel🇮🇳 (@vijaygajera) October 24, 2024
सबसे पहले, एक अज्ञात नंबर से यूजर को कॉल किया जाता है। कॉलर यूजर को बताता है कि उसका मोबाइल नंबर 4 घंटे के भीतर बंद कर दिया जाएगा, क्योंकि यह कथित रूप से उत्पीड़न और वित्तीय धोखाधड़ी के मामलों में शामिल है।
2. First I received a call from an unknown number informing me that my mobile numbers would be blocked in the next 4 hours as they were being used for harassment and financial fraud.
Scammers make this call in the name of Telecom regularity of India.
— Vijay Patel🇮🇳 (@vijaygajera) October 24, 2024
कॉलर खुद को टेलीकॉम रेगुलेटरी ऑफ इंडिया (TRAI) का अधिकारी बताता है और यूजर को दो विकल्प देता है – या तो 12 घंटे के अंदर लखनऊ पुलिस स्टेशन पहुंचे या व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए अपना बयान दर्ज कराए।
3. Next, they told me to reach the Lucknow police station in UP in 12 hours or register my statement on WhatsApp video call.
Any normal person will choose the second option.
As I wanted to record this scam, I behaved like a dumb and afraid person!
— Vijay Patel🇮🇳 (@vijaygajera) October 24, 2024
ज़्यादातर लोग पुलिस स्टेशन जाने से बचने के लिए व्हाट्सएप वीडियो कॉल का विकल्प चुनते हैं। यूजर ने भी यही विकल्प चुना और इस पूरे घोटाले को रिकॉर्ड करने का फैसला किया।
4. After receiving a WhatsApp call, I found a scammer in a police uniform and set up like a police station.
This is why most people start to believe that this is a real police case.
Watch this clip to learn how they started. pic.twitter.com/L3eYeQvia0
— Vijay Patel🇮🇳 (@vijaygajera) October 24, 2024
जब यूजर ने व्हाट्सएप कॉल रिसीव की, तो सामने एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में दिखाई दिया और पीछे का सेटअप किसी पुलिस स्टेशन जैसा दिखाया गया। इसे देखकर अधिकांश लोग इस घोटाले को असली मामला मान लेते हैं।
5. To Ensure nobody was with me, he told me to show a 360-degree view with my back camera!
He didn’t know that I am his father! 😉 pic.twitter.com/CsuhPR2BH2
— Vijay Patel🇮🇳 (@vijaygajera) October 24, 2024
इसके बाद, कॉलर ने यूजर से उसके आसपास की जगह दिखाने के लिए 360-डिग्री व्यू का वीडियो मांगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यूजर अकेला है और उसके साथ कोई और नहीं है।
6. In the next step, they start to inquire about my Aadhar Card and how we should use it to prevent it from being used illegally! pic.twitter.com/BnPTGn8S67
— Vijay Patel🇮🇳 (@vijaygajera) October 24, 2024
अगला कदम आधार कार्ड की जानकारी मांगना था। कॉलर ने दावा किया कि यूजर का आधार कार्ड अवैध रूप से इस्तेमाल हो रहा है और इसे रोकने के लिए आधार नंबर की जानकारी जरूरी है। इस तरह यूजर की निजी जानकारी हासिल करने की चाल चली गई।
7. He politely gave instructions on guidelines for using an Aadhar Card and
Meanwhile, they printed a document in the name of the Supreme Court and TRI to give it a more real look! pic.twitter.com/gb5NmaWDCP— Vijay Patel🇮🇳 (@vijaygajera) October 24, 2024
इसके बाद, कॉलर ने यूजर को एक नकली दस्तावेज़ दिखाया, जिसमें सुप्रीम कोर्ट और TRAI के नाम का इस्तेमाल किया गया था। इस दस्तावेज़ में यूजर का नाम और आधार नंबर शामिल था, लेकिन उसमें एक छोटी सी स्पेलिंग गलती से इसकी असलियत खुल गई।
7. He politely gave instructions on guidelines for using an Aadhar Card and
Meanwhile, they printed a document in the name of the Supreme Court and TRI to give it a more real look! pic.twitter.com/gb5NmaWDCP— Vijay Patel🇮🇳 (@vijaygajera) October 24, 2024
इसके बाद, एक नकली वॉकी-टॉकी के ज़रिए कॉलर ने यूजर के बारे में पुलिस मुख्यालय से जानकारी मांगी और फिर उसकी आवाज़ का लहजा बदल गया। उसने धमकी देते हुए कहा कि यूजर का संबंध मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नवाब मलिक से है और अब उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
8. Here is the fake letter in which they used my name and Aadhar card number, which they asked me for at the beginning of this call, but they still made a spelling mistake!
Kya Scammer Banenge ye log! pic.twitter.com/kE8QpV5d7E
— Vijay Patel🇮🇳 (@vijaygajera) October 24, 2024
इस धमकी का असली उद्देश्य था यूजर से उसके बैंक खातों की जानकारी लेना और यह जानना कि उसके खातों में कितनी रकम है। इसके बाद यूजर से पूछा गया कि क्या वह UPI या नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करता है, ताकि ठग उसके खातों से पैसे निकाल सकें।
9. Next step is very interesting, he used walky talky to inquire about me in the police headqouter!
His tone changed, and he started to threaten me after the headquarter informed him to arrest me! Hear the whole conversation. pic.twitter.com/HVGYQJuFNl
— Vijay Patel🇮🇳 (@vijaygajera) October 24, 2024
अंत में, कॉलर ने यूजर से कहा कि उसे सभी बैंक खातों में मौजूद रकम ट्रांसफर करनी होगी। यह दावा किया गया कि अगर यूजर निर्दोष पाया गया, तो उसकी रकम वापस कर दी जाएगी और उसे एक प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा।
12. In the End, the scammer police officer gives this case to DCP.
He informed me that I needed to transfer all the money I had in my bank accounts, which would be returned if I was found innocent, and they would give me a certificate! pic.twitter.com/UyvYAqweyX
— Vijay Patel🇮🇳 (@vijaygajera) October 24, 2024