
नई दिल्ली। भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती के पावन अवसर पर उनकी जन्मस्थली महू में आयोजित एक भव्य समारोह में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार गुट) के राष्ट्रीय सचिव (सामाजिक न्याय विभाग) आनंद एस. जोंधले को ‘डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जन्मभूमि पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
एनसीपी (एसपी) मध्य प्रदेश द्वारा आयोजित इस विशेष समारोह में श्री जोंधले मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने अपने संबोधन में डॉ. आंबेडकर के जीवन, उनके संघर्ष और सामाजिक समरसता की दिशा में उनके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने समतामूलक समाज की स्थापना के लिए जीवनभर संघर्ष किया और महिलाओं को समान अधिकार दिलाने के लिए ऐतिहासिक कार्य किए हैं।
इस अवसर पर श्री जोंधले ने कहा, “यह मेरे लिए अत्यंत गर्व और सम्मान का क्षण है कि मुझे वर्ष 2025 में ‘डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जन्मभूमि पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। यह उपलब्धि मेरे प्रयासों का प्रतिफल है, और मैं इस सम्मान के लिए सभी संबंधित संस्थाओं एवं निर्णायक मंडल का तहे दिल से आभार व्यक्त करता हूँ। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के विचार और योगदान सदैव मेरे प्रेरणा स्रोत रहे हैं। यह पुरस्कार मुझे समाज के प्रति मेरी ज़िम्मेदारियों को और निष्ठा से निभाने के लिए प्रेरित करता रहेगा।”
उन्होंने संविधान में निहित समानता, न्याय और स्वतंत्रता के सिद्धांतों को देश की सबसे बड़ी ताक़त बताया और कहा कि आज के युवाओं को डॉ. आंबेडकर के विचारों से सीख लेकर समाज निर्माण में आगे आना चाहिए।
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी, और पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे। समारोह की शुरुआत डॉ. आंबेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। मंच से यह संकल्प लिया गया कि बाबा साहब के विचारों को गांव-गांव और घर-घर तक पहुंचाया जाएगा।
कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और वक्तव्यों के ज़रिए बाबा साहब को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और उनके विचारों को आत्मसात करने का आह्वान किया गया।