नई दिल्ली। कोरोना महामारी से पूरी तरह उबरने से पहले ही दुनिया को एक और वायरस का सामना करना पड़ रहा है। ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) ने चिंता बढ़ा दी है। भारत में अब तक इसके चार मामले सामने आ चुके हैं। इनमें दो मामले कर्नाटक में, एक गुजरात के अहमदाबाद में और एक कोलकाता में दर्ज किया गया है।
HMPV को लेकर सरकार की तैयारियां
भारत सरकार ने HMPV को लेकर सतर्कता बढ़ा दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस वायरस पर कड़ी निगरानी रखते हुए एडवाइजरी जारी की है। मंत्रालय ने कहा है कि HMPV नया वायरस नहीं है और इसे लेकर घबराने की आवश्यकता नहीं है। यह वायरस पहले से ही भारत में मौजूद है। हालांकि, सावधानी बरतना जरूरी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवाइजरी में क्या है?
1. रियल-टाइम रिपोर्टिंग: अस्पतालों को सांस से संबंधित सभी संक्रामक बीमारियों की रियल-टाइम रिपोर्ट दर्ज करने और इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (आईडीएसपी) पोर्टल पर जानकारी अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं।
2. आइसोलेशन की व्यवस्था: संदिग्ध मामलों के लिए तत्काल आइसोलेशन और प्राथमिकता के आधार पर उपचार की सिफारिश की गई है।
3. दवाओं का स्टॉक: अस्पतालों को पैरासिटामोल, एंटीहिस्टामिन, ब्रोंकोडायलेटर और कफ सिरप जैसे दवाओं का स्टॉक रखने का निर्देश दिया गया है।
4. संक्रमण की रोकथाम: निजी अस्पतालों के साथ समन्वय स्थापित कर सही रिपोर्टिंग और उपचार सुनिश्चित करने को कहा गया है।
5. हेल्पलाइन नंबर: स्वास्थ्य मंत्रालय ने मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है: 011-22307145 और 011-22300012। इसके साथ ही, सुझाव या फीडबैक के लिए [email protected] पर संपर्क करने को कहा गया है।
In a statement today, Union Health Minister, Shri @JPNadda has assured that there is no cause for any concern regarding #HMPV cases.
He stated that that the virus was already identified in 2001 and is not new. The virus is said to spread mainly during winter and early spring.… pic.twitter.com/ypIvcYkSLz
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) January 6, 2025
कोलकाता में बच्ची हुई स्वस्थ
कोलकाता में HMPV से संक्रमित साढ़े 5 महीने की बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ हो चुकी है। बच्ची को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 10-12 दिन के इलाज के बाद उसे स्वस्थ घोषित कर दिया गया और वह मुंबई लौट गई है।
डॉक्टरों का क्या कहना है?
कोलकाता के डॉक्टरों ने बताया कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है। इसे लेकर घबराने की आवश्यकता नहीं है। डॉक्टर सहेली दासगुप्ता ने कहा कि पिछले छह महीनों में HMPV के एक-दो मामले सामने आए हैं। जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है, उनके संक्रमित होने की संभावना कम होती है।
क्या है HMPV और इसके लक्षण?
HMPV मुख्य रूप से श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। इसके सामान्य लक्षणों में बुखार, सर्दी, गले में खराश और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं। कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्तियों और बच्चों पर इसका अधिक असर पड़ता है।
सावधानी बरतें, घबराएं नहीं
स्वास्थ्य मंत्रालय और विशेषज्ञों ने HMPV को लेकर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। साफ-सफाई का ध्यान रखें और किसी भी तरह के लक्षण महसूस होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।