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वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन की नई दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक, पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा

बैठक की शुरुआत जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल, 2025 को हुए क्रूर आतंकी हमले में मारे गए हिंदू पर्यटकों के प्रति शोक प्रस्ताव पारित कर की गई। WHF ने इस अमानवीय त्रासदी पर गहरा दुख और शोक प्रकट करते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की।

नई दिल्ली। वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन (WHF) ने आज नई दिल्ली के वसंत विहार में अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक आयोजित की, जिसमें वैश्विक हिंदू समाज के सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सामाजिक-राजनीतिक सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया गया। इस बैठक में भारत और विदेशों से आए वरिष्ठ नेता, कार्यकारिणी सदस्य और विशेष आमंत्रित प्रतिनिधि शामिल हुए।

बैठक की अध्यक्षता श्री अजय सिंह जी (अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष), डॉ. विनय प्रताप सिंह जी (राष्ट्रीय अध्यक्ष), श्री सत्य बाबू (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), और प्रो. ज्योत्सना तिरुनागरी जी (राष्ट्रीय महासचिव) ने की। इनके साथ कई अन्य राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं अमेरिका से आए प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।

बैठक की शुरुआत जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल, 2025 को हुए क्रूर आतंकी हमले में मारे गए हिंदू पर्यटकों के प्रति शोक प्रस्ताव पारित कर की गई। WHF ने इस अमानवीय त्रासदी पर गहरा दुख और शोक प्रकट करते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की।

WHF ने इस कायराना और अमानवीय कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ त्वरित, कठोर और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की। फेडरेशन ने कहा कि निर्दोष नागरिकों पर इस प्रकार के जघन्य हमलों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और राज्य व केंद्र सरकार से ऐसी घटनाओं में जवाबदेही तय करने और सभी पर्यटकों व नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया।

बैठक में प्रमुख चर्चा बिंदु:

– WHF ने वैश्विक स्तर पर अपनी उपस्थिति को विस्तार देने का संकल्प लिया, ताकि हिंदू प्रवासी समुदाय को एकजुट किया जा सके। इस पहल के अंतर्गत सांस्कृतिक चेतना को बढ़ावा देना, सनातन धर्म से प्रेरित नेतृत्व मूल्यों को स्थापित करना और हिंदू युवाओं को सक्रिय भागीदारी, जागरूकता कार्यक्रमों व मूल्य-आधारित शिक्षा के ज़रिए सशक्त करना शामिल है।
– फेडरेशन ने पश्चिम बंगाल में हाल के दिनों में बढ़े साम्प्रदायिक तनाव और हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त की और हिंदू समुदायों पर हुए आक्रमणों की कड़ी निंदा की। साथ ही बांग्लादेश में हिंदुओं के उत्पीड़न को लेकर भी गंभीर चिंता जताई। WHF ने राष्ट्रव्यापी एकजुटता, जवाबदेह शासन और प्रभावित समूहों के लिए त्वरित सुरक्षा उपायों की मांग की।
– कई क्षेत्रों में बढ़ती सामाजिक-राजनीतिक अस्थिरता के परिप्रेक्ष्य में WHF ने हिंदुओं के अधिकारों, सुरक्षा और पहचान की रक्षा को अत्यावश्यक बताया, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहाँ लक्षित हिंसा या व्यवस्थित बहिष्करण हो रहा है। संस्था ने स्वयं को हिंदू हितों की प्रहरी संस्था के रूप में पुनः स्थापित किया।
– बैठक का एक मुख्य निर्णय जमीनी स्तर पर पहलों को तेज़ करना रहा, जिसमें स्थानीय स्वयंसेवक नेटवर्क, विधिक सहायता प्रकोष्ठ और त्वरित प्रतिक्रिया दलों की स्थापना शामिल है। इन पहलों का उद्देश्य अन्याय का सक्रिय प्रतिकार करना, सामुदायिक सहयोग प्रदान करना और हिंदू विरोधी नैरेटिव्स का सच्चाई, करुणा और एकता से जवाब देना है।

WHF ने दोहराया कि हिंदू समाज की चुनौतियाँ अब सीमाओं तक सीमित नहीं हैं, इसलिए वैश्विक स्तर पर प्रभावी प्रतिनिधित्व, संवाद और रणनीतिक सक्रियता की आवश्यकता है।

“हम केवल संकटों का सामना नहीं कर रहे हैं, बल्कि सनातन धर्म के लिए एक सुदृढ़ भविष्य की नींव रख रहे हैं,” श्री अजय सिंह जी ने समापन टिप्पणी में कहा, और आने वाले समय में रणनीतिक एकाग्रता व आध्यात्मिक संकल्प की आवश्यकता पर बल दिया।