
नई दिल्ली। ईरान और इजरायल के बीच युद्धविराम के बाद पहली बार ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामनेई ने बयान जारी किया है। खामनेई ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर फिर से हमला किया तो ईरान भी अटैक करने से नहीं चूकेगा। खामनेई ने मध्य पूर्व में अमेरिका के सैन्य ठिकानों को ध्वस्त करने की चेतावनी दी। इतना ही नहीं अमेरिकी राष्ट्रपति के उस बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि ईरान को सरेंडर करना होगा पर तीखे शब्दों में जवाब देते हुए खामनेई बोले, यह उन्होंने अपने कद से ज्यादा बड़ी बात बोल दी थी।
Iran would respond to any future US attack by striking American military bases in the Middle East, Supreme Leader Ayatollah Ali Khamenei said, in his first televised remarks since a ceasefire was reached between Iran and Israel https://t.co/YUGyoUmTvP pic.twitter.com/GqTTiKqugf
— Reuters (@Reuters) June 27, 2025
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार खामेनेई ने ऐसे समय पर यह बयान दिया है जब दो दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि अगर ईरान ने फिर से परमाणु कार्यक्रम शुरू किया तो अमेरिका ईरान के परमाणु ठिकानों पर दोबारा हमला करेगा। सीजफायर भले ही लागू हो गया हो लेकिन ईरान और इजरायल के बीच हालात अभी भी बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं। दोनों देश इस युद्ध में अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। एक दिन पहले ही इजरायल के रक्षा मंत्री कैट्ज ने अपने बयान में कहा था कि हमने इस लड़ाई के दौरान खामनेई को मारने का पूरा प्लान बना लिया था। हालांकि किसी बंकर में छुपे होने के कारण उनकी जान बच गई क्योंकि हमें खामनोई की सही लोकेशन पता नहीं चल सकी।
आपको बता दें कि इजरायल ईरान के परमाणु कार्यक्रम का विरोध कर रहा है। इजरायल का मानना है कि अगर ईरान ने परमाणु हथियार बना लिए तो उसके लिए खतरा हो जाएगा। वहीं अमेरिका भी नहीं चाहता की ईरान के पास परमाणु हथियार होने चाहिए यही कारण है कि ट्रंप लगातार ईरान पर अमेरिका के साथ परमाणु संधि करने का दबाव बनाते आ रहे हैं और उन्होंने ईरान के खिलाफ इजरायल का साथ दिया।