तेहरान। ईरान और इजरायल के बीच तनाव और बढ़ने के आसार दिख रहे हैं। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामनेई के सलाहकार अली लारीजानी ने कहा है कि इजरायल के हमले का तगड़ा जवाब देने की तैयारी की जा रही है। इजरायल ने 26 अक्टूबर को ईरान के सैन्य प्रतिष्ठानों पर एयर स्ट्राइक की थी। इजरायल ने ये एयर स्ट्राइक ईरान की तरफ से 1 अक्टूबर को किए मिसाइल हमलों के जवाब में की थी। ईरान ने 1 अक्टूबर को इजरायल पर 200 से ज्यादा मिसाइलें दागी थीं। वहीं, इजरायल की एयर स्ट्राइक में ईरान के मिसाइल बनाने वाले संयंत्र और एक परमाणु शोध केंद्र के नष्ट होने की खबर आई थी।
ईरान और इजरायल के बीच पुरानी अदावत है। गाजा में हमास और लेबनान में हिजबुल्लाह पर इजरायल के हमलों के कारण दोनों के बीच तनाव और बढ़ा है। इजरायल ने लेबनान में हमला कर हिजबुल्लाह के सबसे बड़े नेता हसन नसरल्लाह को मार दिया था। वहीं, ईरान के तेहरान में बम धमाका कर हमास के सबसे बड़े नेता इस्माइल हनिया की जान भी ली गई थी। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामनेई ने इसका बदला लेने का एलान किया था। जिसके बाद ईरान की सेना ने इजरायल पर मिसाइलों से बड़ा हमला किया था। अब अगर ईरान फिर से इजरायल को निशाना बनाता है, तो इससे मध्य एशिया में शांति स्थापना की कोशिशों को झटका लगने के आसार हैं।
वहीं, अमेरिका ने पहले ही ईरान को चेतावनी देते हुए कहा था कि वो इजरायल पर फिर हमला न करे। अमेरिका ने कहा था कि अगर ईरान ने इजरायल पर हमला किया, तो वो अपने दोस्त यहूदी राष्ट्र को बचाने के लिए सभी संभव कदम उठाएगा। इस बयान के बाद अमेरिका ने बड़ी तादाद में अपनी फौज अरब देशों में भेजी। इसके साथ ही फारस की खाड़ी में युद्धपोत और लड़ाकू विमान भी तैनात किए। मध्य एशिया में संघर्ष की शुरुआत 7 अक्टूबर 2023 को हमास आतंकियों के इजरायल पर हमले के बाद हुई थी। हमास के हमले में 4000 से ज्यादा लोग मारे गए थे। जबकि, 200 से ज्यादा को आतंकियों ने बंधक बना लिया था।