newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Axiom-4 Mission Launch : Axiom-4 मिशन सफलतापूर्वक लॉन्च, शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष के लिए भरी उड़ान, बेटे की उपलब्धि पर भावुक हुईं उनकी मां

Axiom-4 Mission Launch : शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष की ओर बढ़ते हुए अपना पहला संदेश दिया है। इसमे उन्होंने कहा कि 41 साल बाद हम वापस अंतरिक्ष में पहुंच रहे हैं, यह कमाल की राइड है। इस वक्त हम 7.5 किलोमीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से पृथ्वी के चारों तरफ घूम रहे हैं और मेरे साथ मेरा तिरंगा मेरे कंधे पर है।

नई दिल्ली। Axiom-4 मिशन की आखिरकार लंबे इंतजार के बाद सफल लॉन्चिंग हो गई। भारत के शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर अमेरिका के फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39ए से फाल्कन 9 रॉकेट ने आज उड़ान भरी। फाल्कन 9 रॉकेट ने वायुमंडल को पार कर लिया। अनुमान के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचने में इस यान को 28 घंटे का समय लगेगा। इस लिहाज से कल यानी गुरुवार शाम 4.30 बजे के आसपास इसके वहां पहुंचने की उम्मीद है। शुभांशु शुक्ला और उनके साथ गए अन्य अन्य अंतरिक्ष यात्रियों का 14-दिनों का यह स्पेश मिशन है।

शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष की ओर बढ़ते हुए अपना पहला संदेश में दिया है। उन्होंने कहा कि 41 साल बाद हम वापस अंतरिक्ष में पहुंच रहे हैं, यह कमाल की राइड है। इस वक्त हम 7.5 किलोमीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से पृथ्वी के चारों तरफ घूम रहे हैं और मेरे साथ मेरा तिरंगा मेरे कंधे पर है। वहीं नासा NASA ने जानकारी दी है कि Axiom-4 मिशन की स्टेज-2 सफलतापूर्वक एक्टिवेट हो चुकी है। अब रॉकेट का दूसरा चरण अब काम कर रहा है और अंतरिक्ष यान तेजी के साथ अपने निर्धारित कक्षा की तरफ आगे बढ़ रहा है।

शुभ्रांशु शुक्ला से पहले 1984 में राकेश शर्मा पहले भारतीय थे जिन्होंने अंतरिक्ष की यात्रा की थी। यूपी की राजधानी लखनऊ में जन्मे शुभ्रांशु के पास सुखोई-30 एमकेआई और मिग-29 जैसे लड़ाकू विमानों पर 2,000 से ज्यादा उड़ान घंटों का अनुभव है। शुभ्रांशु के अलावा जो तीन लोग अंतरिक्ष यान में सवार हैं उनमें नासा की अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन AXIOM-4 चालक दल की कमान संभाल रही हैं। जबकि हंगरी से तिबोर कापू और पोलैंड से स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की मिशन विशेषज्ञ हैं। जैसे ही Axiom मिशन 4 की लॉन्चिंग हुई लखनऊ में शुभ्रांशु शुक्ला के माता पिता अपने बेटे की इस सफलता पर गदगद दिखे।