newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

India Canada Conflict: अपने राजनयिकों को भारत से निकालकर इन देशों में भेज रहा कनाडा, मिला है 10 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम

India Canada Conflict: बीते दिनों भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडा के नागरिकों को भारत का वीजा दिए जाने पर रोक भी लगा दी थी। वहीं, बीते दिनों भारतीय विदेश मंत्रालय ने भारत-कनाडा विवाद को ध्यान में रखते हुए दिशानिर्देश भी जारी किए थे, जिसे सभी भारतीय मानने के लिए बाध्य थे। आइए, अब ज़रा आगे जान लेते हैं कि आखिर दोनों देशों के बीच विवाद का पटकथा लिखनी शुरू कहां से हुई ?

नई दिल्ली। भारत-कनाडा के बीच रिश्तों में जारी तल्खी का आलम यह है कि दोनों देशों के बीच अब आर-पार की स्थिति पैदा हो चुकी है। भारत पर बेबुनियादी आरोप लगाकर कनाडा ने खुद मुसीबतों को न्योता दे दिया है। अब आरोप भी इतने संजीदा हैं कि अगर भारत उसे नजरअंदाज करता है, तो वैश्विक मंच पर उसकी छवि पर सवाल खड़े हो सकते हैं, लिहाजा अब भारत ने कनाडा को माकूल जवाब देने का मन बना लिया है। इसी कड़ी में बीते दिनों भारत की ओर से मोर्चा संभालते हुए केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडा को दो टूक कह दिया था कि वो आगामी 10 अक्टूबर तक अपने राजनयिकों को भारत से ले जाए। अगर ऐसा नहीं किया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जा सकती है।

वहीं अब खबर है कि कनाडा ने भारत के आदेशों की तामील करते हुए अपने राजनयिकों को दूसरे देशों में भेजने का सिलसिला शुरू कर दिया है। कनाडा अब अपने राजनयिकों को सिंगापुर सहित अन्य देशों में भेज रहा है। बीते दिनों भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडा के नागरिकों को भारत का वीजा दिए जाने पर रोक भी लगा दी थी। वहीं, बीते दिनों भारतीय विदेश मंत्रालय ने भारत-कनाडा विवाद को ध्यान में रखते हुए दिशानिर्देश भी जारी किए थे, जिसे सभी भारतीय मानने के लिए बाध्य थे। आइए, अब ज़रा आगे जान लेते हैं कि आखिर दोनों देशों के बीच विवाद का पटकथा लिखनी शुरू कहां से हुई ?

दरअसल, बीते दिनों दिल्ली में आयोजित जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद हाउस ऑफ कॉमन्स को संबोधित करने के दौरान ट्रूडो ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगा दिया था। हालांकि, भारत ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर इसे राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बताया। जिसके बाद भारत ने कनाडा के खिलाफ कड़े एक्शन लेने शुरू किए, तो ट्रूडो की सारी हेकड़ी निकल गई। इसके बाद उन्होंने बयान जारी कर कहा कि हम भारत के साथ अपने रिश्ते को दुरूस्त करना चाहते हैं। फिलहाल, पूरे मुद्दे को लेकर दोनों देशों के बीच विवाद का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।