
बीजिंग। चीन लगातार भारत के खिलाफ अपना दुश्मनी वाला रुख अपनाए हुए है। वो अपने दोस्त पाकिस्तान के सुर में सुर मिलाता रहता है। पहले कई पाकिस्तानी आतंकियों को वैश्विक दहशतगर्द घोषित करने की राह में अड़ंगा लगा चुके चीन ने अब जम्मू-कश्मीर को विवादित इलाका बताया है। चीन के विदेश विभाग ने कहा कि उनका देश जम्मू-कश्मीर में होने वाली जी-20 देशों की बैठक में हिस्सा नहीं लेगा। चीन इससे पहले जम्मू-कश्मीर को विवादित मानता रहा है, लेकिन उसने इसे सुलझाने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत को ही रास्ता कहा था। अब उसने भारत से जारी तनाव के बीच जम्मू-कश्मीर में जी-20 बैठक में हिस्सा लेने से ही इनकार कर दिया है।
China firmly opposes holding any form of G20 meetings on disputed territory. We will not attend such meetings: Foreign Ministry Spokesperson Wang Wenbin on reports that China will boycott meetings and events for the G20 planned to be held in Indian-administered Kashmir
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— ANI (@ANI) May 19, 2023
भारत से चीन के रिश्ते 2020 से ही काफी तनावपूर्ण हैं। गलवान घाटी, पैंगोंग सो, डेमचोक, देपसांग जैसे पूर्वी लद्दाख के इलाकों पर चीन अपना दावा कर रहा है। गलवान घाटी में तो चीन और भारत के सैनिकों के बीच बड़ा संघर्ष भी हुआ था। इस संघर्ष में भारतीय सेना के कर्नल समेत 20 जवान शहीद हुए थे। जबकि, अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक चीन के भी 45 से ज्यादा सैनिक मारे गए थे। चीन और भारत के बीच पूर्वी लद्दाख का मसला सुलझाने के लिए अब तक 19 दौर की सैन्य कमांडर स्तर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन चीन के अड़ियल रुख की वजह से कोई हल नहीं निकल सका है।
चीन और पाकिस्तान के जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को विवादित बताने पर भारत ने हमेशा कहा है कि ये इलाके हमारा अभिन्न हिस्सा थे और रहेंगे। पाकिस्तान के किसी दुस्साहस से निपटने के लिए भारत ने जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर बड़ी तादाद में सेना की तैनाती कर रखी है। वहीं, चीन के खिलाफ भी लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक पूरी एलएसी पर सेना की तैनाती है। इससे दोनों दुश्मनों के हौसले पस्त किए गए हैं।