
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान के तमाम इलाके जल उठे हैं। इमरान के समर्थकों ने जगह-जगह सेना और सुरक्षाबलों पर हमले किए। लाहौर के कोर कमांडर के घर आगजनी की। यहां गवर्नर का आवास भी हिंसा करने वालों के निशाने पर आया। पाकिस्तान टीवी के दफ्तर को फूंक डाला। रावलपिंडी में सेना के मुख्यालय पर धावा बोला। बन्नू कैंट में भी इमरान के समर्थक घुस गए। इस दौरान सेना और सुरक्षाबलों के जवान अपनी जान बचाते भागते दिखे। देर रात सेना और पाकिस्तान रेंजर्स ने इमरान समर्थकों पर कार्रवाई शुरू की। कई जगह जवानों ने हिंसा पर उतारू इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उग्र कार्यकर्ताओं पर फायरिंग की। इसमें 10 से ज्यादा इमरान समर्थकों की मौत की खबर है।
Breaking: Heavy firing heard from Bannu cantt of Pakistan Army pic.twitter.com/QSSmKbk4ok
— Frontalforce ?? (@FrontalForce) May 9, 2023
पीटीआई ने इमरान खान की गिरफ्तारी के खिलाफ इस्लामाबाद हाईकोर्ट में अपील की थी। वहां चीफ जस्टिस की बेंच ने सुनवाई की और मंगलवार देर रात इमरान खान की गिरफ्तारी को वैध ठहरा दिया। इसके बाद पीटीआई ने अब पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। जहां आज इमरान खान के मसले पर सुनवाई के आसार हैं। अगर सुप्रीम कोर्ट से भी राहत न मिली, तो इमरान समर्थक और उग्र हो सकते हैं और पाकिस्तान गृहयुद्ध के मुहाने पर जा सकता है। इमरान समर्थक अपने नेता की गिरफ्तारी से कितने नाराज हैं, ये इसी से पता चलता है कि ज्यादातर हमले सेना के खिलाफ हुए। तमाम जगह छोटे बच्चे तक ‘ये जो दहशतगर्दी है, इसके पीछे वर्दी है’ के नारे लगाते सुने गए। लोगों ने सेना के अफसरों के घर में पले मोर तक नहीं छोड़े और लूटकर ले गए। तमाम अन्य अफसरों के घरों के सामान भी भीड़ की आगजनी और लूट का शिकार बन गए।
Peacocks stolen by mob from inside residence of Pakistan Army’s Corps Commander in Lahore, Pakistan. Arson, rioting and clashes continue at night. pic.twitter.com/YwyeQLMFLN
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) May 9, 2023
इस बीच, अमेरिका और ब्रिटेन ने इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान के हालात पर चिंता जताई है। दोनों सरकारों ने इस मसले का समाधान खोजने के लिए पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार से कहा है। सूत्रों के मुताबिक चीन और कई देशों ने पाकिस्तान में हो रही हिंसा को देखते हुए अपने दूतावास के अफसरों और नागरिकों से वापस लौटने को कहा है। मोबाइल इंटरनेट, फेसबुक, ट्विटर वगैरा बंद किए जाने के कारण पाकिस्तान के ताजा हालात की खबरें देर से मिल रही हैं।