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Pakistan In UN : आखिरकार हताश बिलावल ने स्वीकारा- UN में कश्मीर मुद्दे पर नहीं मिल रहा समर्थन, भारत का नाम लिया तो लड़खड़ा गई जुबान

Pakistan In UN : पाकिस्तान के अलावा, तुर्की 193 सदस्यीय महासभा में पिछले साल अपनी उच्च स्तरीय बैठक में कश्मीर का उल्लेख करने वाला एकमात्र अन्य देश था, लेकिन जब राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने भारत की आलोचना किए बिना कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि 75 साल बाद भी ये समस्या बनी हुई है। इस दौरान उन्होंने स्थायी समाधान की उम्मीद व्यक्त की है। 

नई दिल्ली। अक्सर कश्मीर के मुद्दे को लेकर भारत के खिलाफ यूनाइटेड नेशंस में जहर उगलने वाले पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो भी अब स्वीकार करने लगे हैं कि कश्मीर मुद्दे को लेकर उनकी सरकार का रवैया कुछ ज्यादा खास अच्छा नहीं रहा। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने स्वीकार किया कि इस्लामाबाद कश्मीर को संयुक्त राष्ट्र के एजेंडे के केंद्र में लाने में असफल रहा है और भारत की कूटनीति उसके प्रयासों को विफल करने में सक्षम है।उ न्होंने शुक्रवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर को एजेंडे के केंद्र में लाने के लिए हमें विशेष रूप से मुश्किल हो रही है।

Bilawal Bhutto Zardari Remarkआपको बता दें कि पाकिस्तान के अलावा, तुर्की 193 सदस्यीय महासभा में पिछले साल अपनी उच्च स्तरीय बैठक में कश्मीर का उल्लेख करने वाला एकमात्र अन्य देश था, लेकिन जब राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने भारत की आलोचना किए बिना कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि 75 साल बाद भी ये समस्या बनी हुई है। इस दौरान उन्होंने स्थायी समाधान की उम्मीद लगाई है।

गौरतलब है कि इसके अलावा उन्होंने कहा, वे यह दावा करने की कोशिश करते हैं कि यह संयुक्त राष्ट्र के लिए कोई विवाद नहीं है, कि यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा मान्यता प्राप्त एक विवादित क्षेत्र नहीं है, और वे इस बात पर जोर देते हैं, तथ्यों का विरोध करते हैं, वास्तविकता का विरोध करते हैं, कि उनका हड़पना, कश्मीर का का समर्थन करना जरूरी है।