
वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर कहा है कि भारत में वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए रकम देने की क्या जरूरत थी? वॉशिंगटन में कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस यी सीपीएसी में बोलते हुए ट्रंप कहा कि हम भारत को चुनावों के लिए 18 मिलियन डॉलर क्यों दे रहे है? ट्रंप ने कहा कि हमें खुद बैलेट पेपर पर वापस जाना चाहिए और भारत को हमारे यहां चुनाव कराने में मदद करने देना चाहिए। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका में वोटर आईडी जरूरी होनी चाहिए। ट्रंप ने इससे पहले 3 बार इस पर सवाल उठाया कि अमेरिका के यूएसएईड USAID की तरफ से भारत में वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए रकम का आवंटन क्यों किया गया। ट्रंप ने ये आशंका भी जताई थी कि इस रकम से भारत में किसी और को चुनाव जिताया जाना था। उन्होंने इसमें संभावित दलाली की ओर भी इशारा किया था।
#WATCH | Addressing the Conservative Political Action Conference (CPAC) in Washington, US President Donald Trump says, “$29 million goes to strengthen the political landscape and help them out so that they can vote for a radical left communist in Bangladesh. You got to see who… pic.twitter.com/IzgE6NMDiP
— ANI (@ANI) February 22, 2025
इससे पहले शनिवार को ही भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा कि भारत में वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए अमेरिका से जो 21 मिलियन डॉलर की धनराशि का आवंटन हुआ, उसकी जांच चल रही है। जयशंकर ने कहा कि जल्दी ही जांच का नतीजा सामने आ जाएगा। जयशंकर ने कहा था कि यूएसएईड को अच्छी नीयत से भारत में फंडिंग की मंजूरी दी गई थी, लेकिन अब लगता है कि कुछ मामलों में गड़बड़ी हुई। बता दें कि ट्रंप प्रशासन की तरफ से डीओजीई नाम का विभाग बनाया गया है। डीओजीई ने ही सबसे पहले खुलासा किया था कि भारत में वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए 21 मिलियन डॉलर का आवंटन किया गया था और उसे रोक दिया गया है।
इस मामले में भारत में राजनीति गर्माई हुई है। बीजेपी लगातार कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साध रही है। वहीं, कांग्रेस भी पीएम नरेंद्र मोदी और सरकार पर निशाना साध रही है। कांग्रेस ने इस मामले में श्वेत पत्र जारी करने की मांग भी की है। खास बात ये है कि लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने जनसभाओं में भाषण देते हुए और खास इंटरव्यू में आरोप लगाया था कि विदेशी ताकतें भारत में चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।