
वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले युद्ध विराम के लिए राजी न होने पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से जमकर बहस की थी और उनके देश को खुफिया जानकारी और सैन्य मदद रोकी थी। अब डोनाल्ड ट्रंप ने युद्ध विराम न करने पर रूस को बर्बाद करने की बात कही है। डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया की ओर से पूछे गए सवाल पर कहा कि रूस को आर्थिक तौर पर बर्बाद करने के लिए अमेरिका कई तरीके अपना सकता है। फिर ट्रंप ने कहा कि वो रूस को बर्बाद नहीं करना चाहते, क्योंकि उनका उद्देश्य शांति स्थापना है। डोनाल्ड ट्रंप ने फिर कहा कि अगर रूस ने युद्ध रोकने के लिए बातचीत नहीं की, तो उसके लिए बेहद खराब होने वाले कदम अमेरिका की तरफ से उठाए जा सकते हैं।
We can put devastating financial pressure on Russia, but I don’t want to do it because I want to see peace — Trump pic.twitter.com/2DbRS93cmP
— RT (@RT_com) March 12, 2025
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की तरफ से युद्ध विराम की बात मान लिए जाने के बाद अब सबकी नजर अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वॉल्ट्ज और उनके रूसी समकक्ष के बीच बैठक पर भी है। वहीं, डोनाल्ड ट्रंप इसी हफ्ते अपने विशेष दूत स्टीव विटकॉफ को भी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से मुलाकात करने भेजने वाले हैं। ट्रंप ने ये भी कहा है कि वो खुद पुतिन से बात कर सकते हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप को उम्मीद है कि जिस तरह यूक्रेन मान गया, उसी तरह रूस भी युद्धविराम के लिए राजी हो जाएगा। इससे पहले जेलेंस्की ने कहा था कि युद्ध विराम प्रस्ताव के तहत काला सागर समेत जिन जगह युद्ध हो रहा है, वहां अगले 30 दिन तक हर तरह का हमला रोका जाएगा।
वहीं, ट्रंप की तरफ से युद्ध विराम के लिए उठाए गए कदमों पर रूस की प्रतिक्रिया भी आई है। रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिका के प्रतिनिधियों से इस बारे में बातचीत की जा सकती है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन कई बार कह चुके हैं कि वो यूक्रेन से शांति वार्ता के लिए तैयार हैं, लेकिन युद्ध विराम की जगह ऐसा समझौता चाहते हैं, जो लंबे समय तक रूस की सुरक्षा करता हो। पुतिन ने इस साल जनवरी में ये भी कहा था कि रूस किसी तरह की क्षेत्रीय रियायत नहीं देगा। साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि यूक्रेन की सेना को रूस के नियंत्रण वाले चार इलाकों से हटना चाहिए। रूस के एक सांसद ने बुधवार को ये भी कहा था कि उनका देश अपनी शर्तों पर युद्ध विराम समझौता करेगा।