
सियोल। टैरिफ के मसले पर भारत के लिए अच्छी खबर है। दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक सू ने दावा किया है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत, जापान और दक्षिण कोरिया से टैरिफ के मसले को सुलझाना चाहते हैं। ट्रंप इसके साथ ही ये भी चाहते हैं कि भारत, जापान और दक्षिण कोरिया से जल्द से जल्द अमेरिका का व्यापार समझौता भी हो जाए। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति हान डक सू ने सरकार के वरिष्ठ अफसरों और अपने देश के प्रमुख कारोबारियों के साथ हुई बैठक में ये जानकारी दी है। फिलहाल ट्रंप ने चीन को छोड़ भारत समेत सभी देशों को 90 दिन तक टैरिफ से छूट दे रखी है।

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति हान डक सू ने बैठक में बताया कि टैरिफ के मसले पर डोनाल्ड ट्रंप भारत, जापान और दक्षिण कोरिया के कदमों से संतुष्ट हैं। इन तीनों ही देशों से ट्रंप टैरिफ का मसला सुलझाने के लिए बेताब है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने बैठक में कहा कि उनकी ट्रंप से बात हुई थी। जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति ने तीनों देशों के बारे में अपने विचार रखे। हान डक सू ने ये भी कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपने अफसरों से कहा है कि वे भारत, जापान और दक्षिण कोरिया के साथ अमेरिका के व्यापार समझौते को जल्द पूरा करने की दिशा में कदम उठाएं। बता दें कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर पहले से ही चर्चा चल रही है और इस साल के अंत तक दोनों देशों में ये समझौता होने की उम्मीद है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 26 फीसदी टैरिफ का एलान किया था। उनका कहना रहा है कि अमेरिका के उत्पादों पर भारत बहुत ज्यादा टैरिफ लगाता है। ट्रंप ने टैरिफ का एलान करते वक्त कहा था कि अमेरिका से आयात होने वाले उत्पादों पर भारत औसतन 52 फीसदी टैरिफ लेता है। ट्रंप ने जब मार्च में टैरिफ लगाने की बात कही थी, उस वक्त पीएम नरेंद्र मोदी ने इस मसले पर अमेरिका के अफसरों से बात करने के लिए वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को अमेरिका भेजा था। बीते दिनों अमेरिका के वाणिज्य विभाग का प्रतिनिधिमंडल बातचीत के लिए भारत भी आया था। वहीं, डोनाल्ड ट्रंप ने ये भी कहा था कि भारत टैरिफ घटाने पर राजी है। वहीं, मोदी सरकार ने आधिकारिक बयान दिया था कि टैरिफ पर कोई भी प्रतिक्रिया उसके असर को देखकर ही की जाएगी। जबकि, विपक्षी दल लगातार दबाव डालते रहे हैं कि मोदी सरकार चीन की तरह ट्रंप के टैरिफ का जवाब दे। जबकि, चीन के पलटकर टैरिफ लगाने से ट्रंप झुके नहीं हैं और उन्होंने भी चीन पर जमकर टैरिफ बढ़ाया है।