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PM Narendra Modi At 16th BRICS Summit : आतंकवाद जैसी गंभीर समस्या पर दोहरे मापदंड के लिए कोई जगह नहीं, 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी की दो टूक

PM Narendra Modi At 16th BRICS Summit : भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद और आतंकी वित्तपोषण से निपटने के लिए हम सभी को दृढ़ता और सर्वसम्मति से सहयोग करना होगा। मेरा मानना है कि एक विविध और समावेशी मंच के रूप में ब्रिक्स सभी मुद्दों पर सकारात्मक भूमिका निभा सकता है।

नई दिल्ली। रूस के कज़ान में आयोजित ब्रिक्स के 16वें शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दृढ़ता के साथ आतंकवाद का मुद्दा उठाया। पीएम ने दो टूक बात करते हुए कहा कि आतंकवाद जैसी गंभीर और चुनौतीपूर्ण समस्या पर दोहरे मापदंड के लिए कोई जगह नहीं है। आतंकवाद और आतंकी वित्तपोषण से निपटने के लिए हम सभी को दृढ़ता और सर्वसम्मति से एक-दूसरे का परस्पर सहयोग करना होगा। मोदी बोले, मेरा मानना ​​है कि एक विविध और समावेशी मंच के रूप में ब्रिक्स सभी मुद्दों पर सकारात्मक भूमिका निभा सकता है।

नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ब्रिक्स के तहत अपने सहयोग को बढ़ाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। हमारी विविधता और बहुध्रुवीयता में हमारा विश्वास ही हमारी ताकत है। हमारी यही ताकत, मानवता में हमारा साझा विश्वास, हमारी आने वाली पीढ़ियों के समृद्ध और मजबूत भविष्य को सार्थक आकार देने में मदद करेगा। मैं ब्रिक्स के अगले अध्यक्ष के रूप में ब्राजील के राष्ट्रपति लूला को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। भारत आपके ब्रिक्स अध्यक्ष पद की सफलता के लिए आपको अपना पूरा समर्थन देगा।

प्रधानमंत्री बोले, 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए मैं राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बधाई देता हूं और इससे जुड़े नए साथियों का एक फिर से स्वागत करता हूं। नए स्वरूप में ब्रिक्स विश्व की 40 प्रतिशत मानवता और 30 प्रतिशत अर्थव्यवस्था का प्रतिनिधित्व करता है। पिछले लगभग 2 दशकों में ब्रिक्स ने अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में यह संगठन वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए और अधिक प्रभावी माध्यम बनकर उभरेगा।

मोदी ने कहा, सभी ब्रिक्स देशों में इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर विशेष बल दिया जा रहा है। भारत में मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी को तेजी से बढ़ाने के लिए हमने ‘गतिशक्ति’ पोर्टल बनाया है। इससे इन विकासों की एकीकृत योजना और कार्यान्वयन में मदद मिली है और लॉजिस्टिक्स लागत कम हो गई है। हमें अपने अनुभव आप सभी के साथ साझा करने में खुशी होगी। हम ब्रिक्स देशों के बीच वित्तीय एकीकरण बढ़ाने के प्रयासों का स्वागत करते हैं। स्थानीय मुद्रा में व्यापार और आसान सीमा पार भुगतान से हमारा आर्थिक सहयोग मजबूत होगा। भारत द्वारा बनाया गया यूनिफाइड पेमेंट इंटरफ़ेस (UPI) भारत की एक बड़ी सफलता की कहानी है। इसे कई देशों में अपनाया गया है। पिछले साल हमने शेख मोहम्मद के साथ मिलकर इसे यूएई में भी लॉन्च किया था। इसमें अन्य विदेशी देशों के साथ भी सहयोग किया जा सकता है।

भारतीय पीएम ने कहा कि नए स्वरूप में ब्रिक्स 30 ट्रिलियन डॉलर से अधिक बड़ी अर्थव्यवस्था है। हमारे आर्थिक सहयोग को बढ़ाने में ब्रिक्स व्यापार परिषद और ब्रिक्स महिला व्यापार गठबंधन की विशेष भूमिका रही है। डब्ल्यूटीओ सुधारों, कृषि में व्यापार सुविधा, लचीली आपूर्ति श्रृंखला, ई-कॉमर्स और विशेष आर्थिक क्षेत्रों पर इस वर्ष ब्रिक्स के भीतर बनी सहमति हमारे आर्थिक सहयोग को मजबूत करेगी।