लाहौर। भारत के खिलाफ साजिशें रचने और तमाम आतंकी हमलों में शामिल खूंखार खालिस्तानी हरविंदर सिंह रिंदा के पाकिस्तान में मारे जाने की खबर है। एनआईए ने उस पर 10 लाख रुपए का इनाम रखा था। रिंदा की मौत के बारे में अलग-अलग जानकारी मिली है। एक खबर के मुताबिक गैंगवॉर में रिंदा की मौत हुई। जबकि, एक अन्य खबर ये है कि ड्रग्स के ओवरडोज की वजह से वो मारा गया। बताया ये भी जा रहा है कि खालिस्तानी आतंकी रिंदा को किडनी की बीमारी थी। उसे लाहौर के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। रिंदा की मौत की पुष्टि पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियां भी कर रही हैं।
हरविंदर सिंह रिंदा पंजाब के तरनतारन का रहने वाला था। बाद में वो महाराष्ट्र के नांदेड चला गया और गिरफ्तारी से बचने के लिए फर्जी पासपोर्ट बनाकर नेपाल के रास्ते पाकिस्तान भाग गया था। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने उसे राणा का नाम दिया था। तरनतारन के एक कोर्ट ने साल 2011 में उसे हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई थी। रिंदा पर साल 2014 में पटियाला सेंट्रल जेल के अफसरों पर हमला, 2016 में पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ अध्यक्ष पर गोलियां चलाने का भी आरोप था। उसके निशाने पर डेरा के लोग, ईसाई मिशनरी, आरएसएस के लोग, पंजाबी गायक वगैरा भी थे।
पंजाब पुलिस के मुताबिक भगवंत मान सरकार के सत्ता संभालने के बाद मोहाली में पुलिस के दफ्तर पर रॉकेट अटैक करने वाले भी रिंदा के साथी थे। इस मामले में बलजीत कौर, अनंतदीप, निशान सिंह समेत 8 आरोपी हैं। इन सभी की धरपकड़ की कोशिश की जा रही है। रिंदा पर लुधियाना के कोर्ट में बम ब्लास्ट करने का भी आरोप लगा था। पुलिस के मुताबिक वो पंजाब में फिर खालिस्तानी आतंकवाद भड़काने में लगा था। उसके ही इशारे पर पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियारों और ड्रग्स की खेप भेजी जा रही थी। पंजाब के अलावा महाराष्ट्र में भी रिंदा पर केस थे। कुल मिलाकर 25 से ज्यादा मामलों में वो वॉन्टेड था।