newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Video: ‘मुझे हिंदू होने पर गर्व..’ सनातन विवाद के बीच जी-20 समिट में आए ब्रिटिश पीएम सुनक का बयान

G20 Summit 2023: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा, मैं एक गौरवान्वित हिंदू हूं और इसी तरह मेरा पालन-पोषण हुआ है, मैं ऐसा ही हूं। मुझे उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों तक मेरे यहां रहने के दौरान मैं किसी मंदिर के दर्शन कर सकूंगा।”

नई दिल्ली। देश के लिए आज उत्सव का दिन है। देश की राजधानी में लगा दुनिया की महाशक्तियों का मेला। इस वक्त पूरी दुनिया की नजरें भारत में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन पर टिकी हुई है। भारत पहली बार जी 20 की मेजबानी कर रहा है। जिसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर सभी लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे है। वहीं इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जी 20 के सदस्य देशों के नेताओं का भारत आने का सिलसिला जारी है। इस समिट में ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक भी भारत आ चुके है। दिल्ली एयरपोर्ट पर ऋषि सुनक को रिसीव करने के लिए केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे पहुंचे। भारत आए ब्रिटिश पीएम का जय सियाराम से स्वागत किया गया। इसी बीच उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI से खास बातचीत की। जिसमें ब्रिटिश पीएम सुनक ने कई मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी। खास बात ये है कि जहां इस वक्त पूरे देश में सनातन विवाद को सियासत देखने को मिल रही है। इसी बीच उन्होंने बड़ा बयान दिया है। जी-20 समिट के लिए भारत आए ब्रिटिश पीएम ने कहा कि मुझे हिंदू होने पर गर्व है।

इसके अलावा उन्होंने खालिस्तानी उग्रवाद को लेकर दो टूक संदेश दिया है। हिंदू धर्म से अपने जुड़ाव पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा, मैं एक गौरवान्वित हिंदू हूं और इसी तरह मेरा पालन-पोषण हुआ है, मैं ऐसा ही हूं। मुझे उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों तक मेरे यहां रहने के दौरान मैं किसी मंदिर के दर्शन कर सकूंगा।” ज्ञात हो कि तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को समाप्त कर देने वाले बयान को लेकर पूरे देश में सियासी भूचाल मचा हुआ है उनके बयान का चौतरफा विरोध हो रहा है। उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना मलेरिया, डेंगू से कर दी थी।

इसी बीच अब ब्रिटिश पीएम सुनक ने हिंदू धर्म को लेकर अहम बयान दिया है। आगे ऋषि सुनक ने कहा, “G 20 भारत के लिए एक बड़ी सफलता रही है। भारत इसकी मेजबानी के लिए सही समय पर सही देश है। मुझे लगता है कि हमारे पास कुछ दिनों तक विचार-विमर्श और निर्णय लेने का बहुत अच्छा मौका होगा।”

बता दें एक साल की जी 20 की अध्यक्षता में 220 से अधिक बैठकें 60 से ज्यादा शहरों में की। एक जी 20 मीटिंग देश के हर एक राज्य और हर एक केंद्र शासित प्रदेश में हुई है।