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Imran Khan: तोशाखाना प्रकरण में मिली इमरान को रिहाई, लेकिन अब इस मामले में हुई फिर गिरफ्तारी, कल होगी कोर्ट में पेशी

Imran Khan: जब इमरान को तोशाखाना मामले में राहत मिली थी, तो पीटीआई ने इसे संविधान की जीत बताया था, लेकिन अब माना जा रहा है कि किसी सोची समझी साजिश के तहत पहले इमरान को एक मामले में जहां राहत दी जाती है, तो वहीं दूसरे मालमे में गिरफ्तार का मार्ग तैयार कर दिया जाता है।

नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अभी तोशाखाना मामले में राहत मिली ही थी कि अब उन्हें एक दूसरे मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि उन्हें सिफर मामले में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद इमरान को कल अदालत में पेश होना होगा। ऐसे में देखना होगा कि इस मामले में उन्हें राहत मिलती है या फिर जेल में रहना पड़ता है। ध्यान दें, तोशाखाना मामले में इस्लाबाद हाईकोर्ट ने राहुल को रिहा करने का आदेश दिया था। बीते दिनों तोशाखाना मामले निचली अदालत ने इमरान को तीन साल की सजा सुनाई थी। जिसके बाद चुनाव आयोग ने उनके पांच साल तक उनके चुनाल लड़ने पर रोक लगा दी थी। हालांकि, माना जा रहा था कि अगर इमरान तोशाखाना मामले में राहत मिली तो चुनाव आयोग द्वारा उनके चुनाव लड़ने पर लगाए गए रोक को हटा दिया जाएगा, लेकिन अफसोस ऐसा हुआ नहीं। इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने उनकी सजा पर रोक तो लगा दी, लेकिन उनकी संसद सदस्यता बहाल नहीं की।

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इस बीच इमरान की पैरवी कर रहे वकील ने राहुल गांधी का भी जिक्र किया। बता दें कि बीते दिनों राहुल गांधी को मोदी उपनाम प्रकरण में दो साल का सजा सुनाई गई थी। जिसके बाद चार साल तक कांग्रेस नेता के चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी गई थी, लेकिन बाद सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद राहुल की ना महज सजा पर रोक लगाई गई, बल्कि उनकी संसद सदस्यता भी बहल कर दी गई। ऐसे में माना जा रहा था कि इमरान को तोशाखाना मामले में राहत मिलने के बाद उनके चुनाव लड़ने का मार्ग तैयार हो जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। तोशाखाना मामले में चुनाव आयोग ने इमरान के चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी है। उधर, इस मामले में राहत मिलने के बाद इमरान को सिफर मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसकी वजह से उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।

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ध्यान दें, जब इमरान को तोशाखाना मामले में राहत मिली थी, तो पीटीआई ने इसे संविधान की जीत बताया था, लेकिन अब माना जा रहा है कि किसी सोची-समझी साजिश के तहत पहले इमरान को एक मामले में जहां राहत दी जाती है, तो वहीं दूसरे मामले में गिरफ्तार कर लिया जाता है। बता दें कि इमरान प्रकरण को लेकर पाकिस्तान में सियासी बवाल मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि इमरान खान जेल में परेशान थे। जेल प्रशासन की ओर से पहले उन्हें किसी भी प्रकार की सुविधाएं नहीं दी जा रही थीं। उन्हें बेशुमार दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन बाद उनकी पत्नी बुशरा बीबी की दखलअंदाजी पर उन्हें हर तरह की सुविधाएं दी जाने लगीं।

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इस बीच बुशरा बीबी ने आशंका जताई कि इमरान को जेल में मारा जा सकता है। उनके खाने में जहर मिलाकर उन्हें मारने की कोशिश की जा सकती है। ध्यान दें, जब इमरान को तोशाखाना मामले में रिहाई मिली थी, तो यही माना जा रहा था कि उनकी पत्नी की दलीलों को ध्यान में रखते हुए यह रिहाई दी गई है।