
न्यूयॉर्क। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान पर करारा हमला बोलते हुए उसे आदतन अपराधी मुल्क बताया है। भारत ने पाकिस्तान में हिंदुओं, सिखों और ईसाइयों के खिलाफ आए दिन होने वाले अपराधों का उल्लेख कर ये बात कही। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में ये भी कहा कि पाकिस्तान को अधिकृत कश्मीर यानी पीओके का इलाका तत्काल खाली करना चाहिए। दरअसल, पाकिस्तान के कार्यवाहक पीएम अनवर-उल-हक काकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया था। भारत की तरफ से काकर के बयान पर पलटवार किया गया है। भारत की तरफ से पाकिस्तान को जवाब देने का जिम्मा संयुक्त राष्ट्र में फर्स्ट सेक्रेटरी पेतल गहलोत ने उठाया। देखिए, भारत की तरफ से पेतल गहलोत ने किस तरह पाकिस्तान की धुलाई की।
#WATCH | First Secretary at United Nations for 2nd Committee of UNGA, Petal Gahlot says “Pakistan has become a habitual offender when it comes to misusing this August forum to peddle baseless and malicious propaganda against India. Member states of the United Nations and other… pic.twitter.com/eIyynFFa1Q
— ANI (@ANI) September 23, 2023
संयुक्त राष्ट्र में भारत की फर्स्ट सेक्रेटरी पेतल गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान एक देश के तौर पर दुनिया में सबसे खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड वाला देश है। महिलाओं और अल्पसंख्यकों के हक की बात करने वाले पाकिस्तान को अपने घर को पहले संभालना चाहिए। भारत की तरफ से गहलोत ने जवाब देते हुए कहा कि अगस्त 2023 में पाकिस्तान के फैसलाबाद जिले के जारनवाला में ईसाई समुदाय पर निर्दयता हुई। वहां 19 चर्च के साथ ईसाइयों के 89 घर जलाए गए। पेतल ने आगे कहा कि पाकिस्तान में हिंदुओं और सिखों की हालत भी खराब है। पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने अपनी हाल की रिपोर्ट में भी कहा है कि हर साल अल्पसंख्यक समुदाय की करीब 1000 महिलाओं का अपहरण, जबरन धर्म परिवर्तन और निकाह कराया जाता है।
भारत की फर्स्ट सेक्रेटरी पेतल गहलोत ने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला और कहा कि भारत के खिलाफ पाकिस्तान इस फोरम के गलत इस्तेमाल का आदतन अपराधी बनता जा रहा है। गहलोत ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश और अन्य संस्थानों को पता है कि पाकिस्तान अपने घरेलू मानवाधिकार रिकॉर्ड के बेहद खराब होने की तरफ दुनिया का ध्यान हटाना चाहता है। पेतल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख, भारत का अभिन्न अंग हैं और इनसे जुड़े सभी मसले भारत के लिए आंतरिक हैं। पाकिस्तान को इन मुद्दों पर बोलने का हक नहीं है।