
न्यूयॉर्क। भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को जमकर फटकार लगाई है। आतंकी हमलों के पीड़ितों के बारे में बने एसोसिएशन की लॉन्चिंग के दौरान संयुक्त राष्ट्र में भारत की उप स्थायी प्रतिनिधि योजना पटेल ने कहा कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक इंटरव्यू में खुद माना है कि उनका देश आतंकवाद का समर्थन और फंडिंग करता है। भारतीय उप स्थायी प्रतिनिधि ने कहा कि पूरी दुनिया ने ख्वाजा आसिफ के इंटरव्यू को देखा। उन्होंने कहा कि इस कबूलनामे से किसी को अचरज नहीं हुआ। भारतीय प्रतिनिधि योजना पटेल ने पाकिस्तान को दुष्ट और दुनिया में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला बताया।
VIDEO | Speaking at launch of Victims of Terrorism Associations Network, Deputy Permanent Representative of India in UN, Yojna Patel, said: “It is unfortunate that one particular delegation has chosen to misuse and undermine this forum to indulge in propaganda and make baseless… pic.twitter.com/I0tMhjjcmW
— Press Trust of India (@PTI_News) April 29, 2025
योजना पटेल ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक विशेष प्रतिनिधिमंडल ने इस मंच का दुरुपयोग करके दुष्प्रचार करने तथा भारत के खिलाफ निराधार आरोप लगाने का प्रयास किया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत की उप स्थायी प्रतिनिधि ने ये भी कहा कि जम्मू और कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत दुनिया भर के नेताओं और सरकारों द्वारा दिए गए मजबूत और स्पष्ट समर्थन और एकजुटता की गहराई से सराहना करता है और इसकी कद्र करता है। यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि पहलगाम में आतंकी हमला 2008 में हुए 26/11 के भयावह मुंबई हमलों के बाद से सबसे बड़ी संख्या में नागरिक हताहतों का प्रतिनिधित्व करता है। योजना पटेल ने कहा कि दशकों से सीमा पार आतंकवाद का शिकार होने के कारण भारत इस तरह के कृत्यों के पीड़ितों, उनके परिवारों और समाज पर पड़ने वाले दीर्घकालिक प्रभाव को पूरी तरह से समझता है।

पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की जान जाने के बाद से भारत और पाकिस्तान में तनाव चरम पर है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ तक मान रहे हैं कि भारत कभी भी हमला कर सकता है। वहीं, पहलगाम हमले के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने एक जनसभा में ही एलान किया था कि इस नरसंहार को करने वालों और उनकी मदद करने वालों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना हाई अलर्ट पर हैं। वहीं, पहलगाम के दोषियों को तलाशने के काम में भी बड़ी तादाद में सेना के जवानों को तैनात किया गया है। मोदी सरकार ने सिंधु जल समझौता रद्द करने समेत पाकिस्तान के खिलाफ कई और बड़े फैसले भी किए हैं। जिनसे पाकिस्तान के नेता बौखलाए हुए हैं और भारत के शहरों में खून बहाने तक की धमकियां दे चुके हैं।