नई दिल्ली। ईरान की कुद्स फोर्स के ब्रिगेडियर-जनरल और कासिम सुलेमानी के उत्तराधिकारी इस्माइल कानी के लापता होने की खबरें सामने आई हैं। इजरायली खुफिया एजेंसियां उनकी मौत का पता लगाने में जुटी हैं। बताया जा रहा है कि कानी हिज़्बुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह के संभावित उत्तराधिकारी हाशम सफियोद्दीन के साथ उस वक्त मौजूद थे, जब इजरायल ने उन पर एयर स्ट्राइक की थी। हाल ही में, बेरूत में इजरायली हवाई हमले में नसरल्लाह के उत्तराधिकारी मारे गए थे।
इजरायली मीडिया की रिपोर्ट
इजरायली मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस्माइल कानी संभवतः एक इजरायली हवाई हमले में घायल हुए हैं, जिसमें हाशम सफियोद्दीन को टार्गेट किया गया था। कानी को आखिरी बार हिज़्बुल्लाह के तेहरान ऑफिस में देखा गया था, जिसके बाद से उनकी कोई जानकारी नहीं है। इजरायली मीडिया में यह भी दावा किया जा रहा है कि कानी नसरल्लाह की मृत्यु के बाद आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भी नहीं पहुंचे थे, जिससे उनकी मौत की अटकलें और तेज हो गई हैं।
ईरानी अधिकारियों की चुप्पी
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरानी मीडिया ने भी इस मामले में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है। ईरानी अधिकारियों की चुप्पी ने ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के भीतर चिंताओं को और बढ़ा दिया है। कुद्स फोर्स के सदस्य और क्षेत्रीय विशेषज्ञ कानी की स्थिति को लेकर असमंजस में हैं, और इस मामले में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
मध्य-पूर्व में बढ़ सकता है तनाव
इस्माइल कानी को कासिम सुलेमानी के बाद उत्तराधिकारी चुना गया था। गौर करने वाली बात ये है कि इस्माइल कानी को मध्य-पूर्व में ईरान की सैन्य रणनीति के प्रमुख व्यक्ति माना जाता हैं। कानी की गुमशुदगी या उनकी मौत की खबरों ने ईरान और लेबनान के बीच के तनाव को और बढ़ा दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इस्माइल कानी की मौत की पुष्टि होती है, तो इससे न सिर्फ ईरान और हिज़्बुल्लाह के बीच समस्याएं उत्पन्न होंगी, बल्कि इसका वैश्विक स्तर पर भी असर देखने को मिल सकता है।