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Israel Bans Entry Of UN General Secretary Antonio Guterres : इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की अपने देश में एंट्री पर लगाया बैन, संरा के लिए बताया दाग

Israel Bans Entry Of UN General Secretary Antonio Guterres : इजरायल के विदेश मंत्री कैट्ज ने संरा महासचिव को इजरायल में अवांछित व्यक्ति घोषित करते हुए कहा, जो कोई भी इजरायल पर ईरान के जघन्य हमले की स्पष्ट रूप से निंदा नहीं कर सकता, जैसा कि दुनिया के लगभग हर देश ने किया है, वह इजरायल की धरती पर कदम रखने का हकदार नहीं है।

नई दिल्ली। ईरान से जारी युद्ध के बीच इजरायल ने अब संयुक्त राष्ट्र (संरा) के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की अपने देश में एंट्री पर बैन लगा दिया है। इजराइल ने संरा महासचिव को अवांछित व्यक्ति घोषित कर दिया है। इजरायल के विदेश मंत्री कैट्ज ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, जो कोई भी इजरायल पर ईरान के जघन्य हमले की स्पष्ट रूप से निंदा नहीं कर सकता, जैसा कि दुनिया के लगभग हर देश ने किया है, वह इजरायल की धरती पर कदम रखने का हकदार नहीं है।

इजरायल के विदेश मंत्री कैट्ज ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए यह जानकारी खुद साझा की है। उन्होंने लिखा,  आज, मैंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव को इज़राइल में पर्सोना नॉन ग्राटा (अवांछित व्यक्ति ) घोषित कर दिया है और हमारे देश में उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। एंटोनियो गुटेरेस संरा के एक ऐसे महासचिव हैं जिन्होंने अभी तक 7 अक्टूबर को हमास के हत्यारों द्वारा किए गए नरसंहार और यौन अत्याचारों की निंदा नहीं की है, न ही उन्होंने उन्हें आतंकवादी संगठन घोषित करने के किसी प्रयास का नेतृत्व किया है। कैट्ज ने कहा, एक महासचिव जो हमास, हिजबुल्लाह, हौथिस और अब ईरान-वैश्विक आतंक की मातृशक्ति के आतंकवादियों, दुष्कर्मियों और हत्यारों को समर्थन देता है, उसे संयुक्त राष्ट्र के इतिहास पर एक दाग के रूप में याद किया जाएगा। एंटोनियो गुटेरेस के साथ या उसके बिना, इज़राइल अपने नागरिकों की रक्षा करना और अपनी राष्ट्रीय गरिमा को बरकरार रखना जारी रखेगा।

वहीं, इजरायल के विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता एलेक्स गैंडलर ने भी संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को उनके देश में बैन किए जाने पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इसका एक कारण यह है कि संरा महासचिव ईरान, हिजबुल्लाह और हमास के साथ पूरे संघर्ष के दौरान कोई रास्ता नहीं निकाल सके। इतना ही नहीं, ईरान के कृत्यों की निंदा करने के बजाय वह दुर्भाग्य से उनके रुख पर अड़े रहे।