
वॉशिंगटन। ब्रिटेन में भारतवंशी ऋषि सुनक के पीएम बनने के बाद क्या अब अमेरिका का अगला राष्ट्रपति भी भारतीय मूल का होगा? इस सवाल की वजह विवेक रामास्वामी हैं। विवेक रामास्वामी ने रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में खड़े होने का एलान किया है। पार्टी की तरफ से उम्मीदवार बनाए जाने के लिए उनको पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय मूल की ही निक्की हेली को नामांकन चुनाव में हराना होगा। विवेक रामास्वामी ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में उतरने का एलान वीडियो जारी कर किया। उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी का नाम लिए बिना आरोप लगाया कि अमेरिका के लिए राष्ट्रीय पहचान का संकट है। जिसे वामपंथी विचारधारा के लोग आगे बढ़ा रहे हैं।
वीडियो के साथ ही विवेक रामास्वामी ने वॉल स्ट्रीट जर्नल अखबार में लिखा कि अगर वो जीते, तो कई सुधार करेंगे। इनमें न्याय विभाग को अवैध नस्ल आधारित प्राथमिकताओं को हटाने का आदेश भी शामिल होगा। अब आपको ये भी बताते हैं कि विवेक रामास्वामी आखिर कौन हैं। विवेक की कंपनी स्ट्राइव असेट मैनेजमेंट ने 6 महीने में ही निवेशकों से 53 अरब रुपए से ज्यादा जुटाए हैं। साल 2021 में उन्होंने ‘वोक इंकः इनसाइड कॉरपोरेट अमेरिकाज सोशल जस्टिस स्कैम’ नाम की किताब भी लिखी थी। जिसकी वजह से विवेक रामास्वामी चर्चा में आए थे। इसके अलावा विवेक रामास्वामी ने ‘नेशन ऑफ विक्टिम्स’ नाम की किताब भी लिखी है।
विवेक रामास्वामी के माता-पिता केरल से अमेरिका गए थे। विवेक की उम्र 37 साल है। वो विवेक का जन्म अमेरिका के ओहायो में हुआ था। एक अमेरिकी कंपनी में भी काम कर चुके हैं। विवेक रामास्वामी ने एक बायोटेक कंपनी भी खोली थी। बाद में वो हेज फंड में पार्टनर बने। रामास्वामी की मौजूदा कंपनी ने अपने गठन के बाद से वॉल्ट डिज्नी, शेवरॉन, एप्पल और ब्लैकरॉक जैसी कंपनियों के शेयर खरीदे और फिर इन कंपनियों से नीतियों में विविधता, कार्बन उत्सर्जन को कम करने जैसी मांग भी की थी। अगर विवेक रामास्वामी अमेरिका के राष्ट्रपति बनते हैं, तो वो इतिहास रचेंगे।