इस्लामाबाद। भारत के दुश्मनों को पाकिस्तान हमेशा शह देता है। इस बार उसने भारत के भगोड़े और मोस्ट वांटेड जाकिर नाईक को अपने यहां बुलाया है। जाकिर नाईक पाकिस्तान पहुंच भी गया है। पाकिस्तान सरकार के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने इसकी जानकारी सार्वजनिक की है। जाकिर नाईक पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद, लाहौर और कराची में 3 जनसभाएं भी करने वाला है। जाकिर नाईक के बारे में पाकिस्तान सरकार का कहना है कि वो शुक्रवार की नमाज का भी नेतृत्व करने वाला है। जाकिर नाईक 28 अक्टूबर तक पाकिस्तान में ही रहेगा। जाकिर नाईक भारत से भागकर मलेशिया में रहने लगा था। मलेशिया की सरकार ने उसे पनाह दे रखी है।
जाकिर नाईक साल 2016 में भारत से भागकर मलेशिया चला गया था। उसे भनक लग गई थी कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए उसके करतूतों की जांच करने वाली है। जाकिर नाईक पर एनआईए ने आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ा होने का आरोप लगाया है। साथ ही जाकिर नाईक पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप है। जाकिर नाईक पर 2016 में बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक बेकरी में बम धमाका करने वालों को प्रभावित करने का आरोप लगा है। इस धमाके में 20 लोगों की जान गई थी। साल 2019 में श्रीलंका में ईस्टर के अवसर पर बम धमाके किए गए थे। उनमें 250 से भी ज्यादा लोगों की जान गई थी। उस धमाके को करने वालों को प्रभाव में लेने का भी जाकिर नाईक पर आरोप लगा था।
साल 2020 में भारत सरकार ने मलेशिया सरकार को जाकिर नाईक को प्रत्यर्पित करने के लिए लिखा था, लेकिन तब मलेशिया के पीएम रहे महाथिर मोहम्मद ने कहा था कि उनकी सरकार को लगता है कि जाकिर नाईक को भारत में न्याय नहीं मिलेगा। ऐसे में जाकिर नाईक को प्रत्यर्पित न करने का अधिकार उनके देश को है। भारत छोड़कर फरार होने वाला जाकिर नाईक मुंबई में रहता था। वो पेशे से डॉक्टर है। उसने इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन यानी आईआरएफ नाम की संस्था बनाई थी। जाकिर नाईक की आईआरएफ संस्था को भारत सरकार ने बैन कर रखा है। भारत में रहते वक्त जाकिर नाईक पीस टीवी नाम का चैनल भी चलाता था। इस टीवी चैनल को भारत के अलावा बांग्लादेश, श्रीलंका, ब्रिटेन और कनाडा ने भी बैन कर रखा है।