अंकारा। भीषण भूकंप से तुर्किए का एक बड़ा हिस्सा मलबे में तब्दील हो गया है। अब तक करीब 8000 लोगों की लाश बरामद हो चुकी हैं। 10000 से ज्यादा लोग घायल हैं। तमाम लापता हैं। वहीं, अब भूवैज्ञानिकों ने बताया है कि भीषण भूकंप से तुर्किए की जमीन 10 फिट खिसक गई है। बताया जा रहा है कि तुर्किए जिस यूरेशियन और एनाटोलियन प्लेटों के बीच है, वो दोनों प्लेटें भूकंप की वजह से दूर-दूर हो गई हैं। इटली के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ जियोफिजिक्स के चीफ प्रो. कार्ला डॉगलियोनी ने ये दावा तुर्किए के कहरामनमारस और मलताया के बीच जमीन के नीचे फॉल्ट लाइन में आए भूकंप के बारे में शोध के बाद किया है।
तुर्किए का बड़ा हिस्सा एनाटोलियन प्लेट पर है। कुछ हिस्सा अरेबियन प्लेट पर है। प्रो. कार्ला के मुताबिक दो दिन पहले आए भूकंप से तुर्की का एक हिस्सा दक्षिण-पश्चिम की तरफ 10 फिट खिसक गया है। ये हिस्सा एनाटोलियन प्लेट पर स्थित है। तुर्किए की धरती का ये हिस्सा करीब 150 किलोमीटर तक खिसका हुआ है। अरेबियन प्लेट पर तुर्किए का दूसरा हिस्सा पूर्वोत्तर की तरफ बढ़ गया है। इजमिर डोकुज इलुल यूनिवर्सिटी के भूकंप विभाग के प्रमुख प्रोफेसर हसन सोजबिलिर का दावा है कि धरती के भीतर तीन फॉल्ट लाइन 500 किलोमीटर तक अंदर से टूट गई हैं। यानी ये फॉल्ट लाइन एक-दूसरे से अलग हो चुकी हैं।
अगर फॉल्ट लाइनें लगातार दूर जाने लगीं, तो तुर्किए की जमीन फटकर अलग भी हो सकती है और समुद्र का पानी भीतर आ सकता है। ऐसे में तुर्किए के लिए लोगों को बचाना और उन्हें बसाना आसान नहीं रहेगा। फॉल्ट लाइन के एक-दूसरे से दूर जाने की घटना अगर जारी रही, तो तुर्किए में आगे भी विनाशकारी भूकंप आने के आसार बने रहेंगे। तुर्किए में पहले भी भूकंप के बड़े झटके लगते रहे हैं। इस बार विनाश काफी ज्यादा हुआ है।