
तेहरान। ईरान भले ही दावा कर रहा हो कि शुक्रवार रात इजरायल के हमले में उसका ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने प्लैनेट लैब्स नाम के सैटेलाइट इमेजरी फर्म की तस्वीरों का हवाला देते हुए अलग ही जानकारी दी है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक ईरान के सैन्य प्रतिष्ठानों पर इजरायल के हवाई हमलों से काफी नुकसान हुआ है। जानकारी के मुताबिक इजरायल के हमले से ईरान का मिसाइल बनाने से संबंधित ईंधन संयंत्र पूरी तरह नष्ट हो गया। यहां ईरान अपने बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए ठोस ईंधन मिक्स करने का काम करता था।
खबरों के मुताबिक इजरायल ने ईरान के मिसाइल प्रोडक्शन साइट को भी नष्ट कर दिया है। इससे ईरान के मिसाइल बनाने के कार्यक्रम को जोर का धक्का लगना तय है। तेहरान के पास ईरान के सैन्य ठिकाने को भी इजरायल ने नष्ट कर दिया। ईरान में करीब 20 जगह इजरायल ने हवाई हमले किए थे। इजरायल ने कहा था कि उसने सटीक जगह हमले किए और ईरान के सैन्य ठिकानों को नष्ट किया। वहीं, ईरान ने कहा है कि इजरायल के हमले में उसकी सेना के 4 जवानों की जान गई है। ईरान ने कहा है कि वो अपनी रक्षा करने के लिए जरूरी कदम उठाएगा। इससे पहले अमेरिका ने कहा था कि ईरान और इजरायल एक-दूसरे पर हमला अब बंद कर दें। साथ ही उसने कहा था कि अगर ईरान की तरफ से हमला होता है, तो अमेरिका फिर इजरायल की सुरक्षा करेगा।
ईरान ने पहले अप्रैल 2024 में इजरायल के कई इलाकों पर मिसाइलों से हमला किया था। बीते दिनों जब इजरायल ने हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह को मार दिया, तो ईरान ने 1 अक्टूबर को इजरायल पर 200 से ज्यादा मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया था। उसके बाद इजरायल ने कहा था कि ईरान को इस हमले की कीमत चुकानी होगी। जिसके बाद पूरी तैयारी कर इजरायल ने शुक्रवार यानी 25 अक्टूबर की रात 100 से ज्यादा विमानों की मदद से ईरान के सैन्य ठिकानों पर हमला किया। इससे पहले इजरायल ने तेहरान में हमास के प्रमुख इस्माइल हनिया को मार दिया था। वहीं, गाजा में उसने हमास के बड़े नेता याह्या सिनवार की भी हमला कर जान ले ली थी।