
वॉशिंगटन। भारत समेत धरती के कई इलाकों से खतरनाक बन चुका धूमकेतु टकरा सकता है। इस धूमकेतु का नाम ‘2024 YR4’ है। 2024 वाईआर4 धूमकेतु पर वैज्ञानिकों की नजर है। पहले वैज्ञानिकों का कहना था कि इस धूमकेतु के धरती से टकराने की संभावना 1 फीसदी है, लेकिन इसकी चाल को देखते हुए खतरे का प्रतिशत बढ़ाकर 2.3 कर दिया गया है। वैज्ञानिकों को अभी ये भी नहीं पता है कि 2024 वाईआर4 धूमकेतु का आकार और उसकी रफ्तार क्या है? 2024 वाईआर4 धूमकेतु की पिछले साल खोज के बाद से नासा और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों के वैज्ञानिक इस पर नजर बनाए हुए हैं। इसे बेहद खतरनाक स्तर का धूमकेतु माना जा रहा है।
अभी तक की जानकारी के मुताबिक 2024 वाईआर4 धूमकेतु 22 दिसंबर 2032 को धरती से 1 लाख 6 हजार किलोमीटर दूरी से गुजरेगा। इस दौरान धरती का गुरुत्वाकर्षण इसे अपनी ओर खींच सकता है। नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार अगर 2024 वाईआर4 धूमकेतु धरती के वायुमंडल में आता है, तो ये पश्चिमी-मध्य अमेरिका से लेकर उत्तर-दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर के बीच और अफ्रीका से गुजरते हुए भारत तक बन रही पट्टी पर कहीं भी टकरा सकता है। अभी 2024 वाईआर4 धूमकेतु का आकार पता नहीं है, लेकिन नासा के वैज्ञानिकों ने बताया है कि धूमकेतु 200 मीटर का हो सकता है। जिससे एक बड़ा शहर ही खत्म हो सकता है। इस धूमकेतु के बारे में और आंकड़े जुटाए जा रहे हैं। ताकि संभावित टकराव की जगहों से लोगों को पहले ही हटाया जा सके।
नासा के वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगर 2024 वाईआर4 धूमकेतु धरती से टकराया, तो बड़े आकार के कारण 500 परमाणु बमों से ज्यादा ऊर्जा निकलेगी। इससे बड़े पैमाने पर विनाश हो सकता है। नासा के कैटालिना स्काई सर्वे प्रोजेक्ट के इंजीनियर डेविड रैंकिन का कहना है कि 2024 वाईआर4 धूमकेतु के धरती से टकराने वाली जगह की सबसे ज्यादा आशंका भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, सूडान, इथियोपिया, नाइजीरिया, कोलंबिया, वेनेजुएला और इक्वाडोर में है।