
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सेना के फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है। पाकिस्तान की नौसेना के पासिंग आउट परेड में फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को वहां के लोगों की कुर्बानी बताया और कहा कि अगर दुश्मन (भारत) तनाव बढ़ाता है, तो पूरे इलाके में इसके बुरे नतीजे होंगे। जिनके लिए जिम्मेदार दुश्मन ही होगा। पाकिस्तान के फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने आतंकवाद को कश्मीर के लोगों की लड़ाई बताया और कहा कि अभी हमें भारत के खिलाफ लड़ रहे कश्मीरी भाइयों की कुर्बानी को निश्चित तौर पर याद करना होगा।
🚨 Breaking 🇵🇰🪖:
📍Pakistan Army Chief Asim Munir once again takes a hardline stance on Kashmir, openly glorifying slain terrorists by using veiled diplomatic language.
📍In a speech laced with doublespeak, he reaffirmed Pakistan’s unwavering support for terrorism in the… pic.twitter.com/NQ1YF2HvXj
— OsintTV 📺 (@OsintTV) June 28, 2025
आसिम मुनीर ने पाकिस्तान में हो रही आतंकी घटनाओं के लिए भी भारत पर ठीकरा फोड़ दिया। पाकिस्तान की सेना के फील्ड मार्शल ने कहा कि उनका देश अपनी जमीन पर दहशतगर्दी का खात्मा करने के करीब था, लेकिन भारत इस क्षेत्र में जानबूझकर आतंकवाद भड़का रहा है। आसिम मुनीर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और कश्मीर के लोगों की आकांक्षा के मुताबिक पाकिस्तान कश्मीर मसले के न्यायपूर्ण समाधान का जोरदार समर्थन करता है। फील्ड मार्शल मुनीर ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र किया। मुनीर ने कहा कि भारत ने उकसाने वाली कार्रवाई की और पाकिस्तान ने इसका मजबूती से जवाब दिया। इससे पाकिस्तान के सम्मान की रक्षा हुई और इलाके में बड़ा तनाव होने से बच गया।
बता दें कि आसिम मुनीर इससे पहले भी भारत और हिंदू विरोधी बयान दे चुके हैं। 15 अप्रैल 2025 को आसिम मुनीर ने विदेश में रहने वाले पाकिस्तानियों के सम्मेलन को संबोधित किया था। उस संबोधन में आसिम मुनीर ने कहा था कि धर्म के आधार पर पाकिस्तान बना है। आसिम मुनीर ने उस संबोधन में ये भी कहा था कि हिंदुओं और मुस्लिमों के रीति-रिवाज और खानपान तक एक नहीं है। आसिम मुनीर के उसी संबोधन के बाद पाकिस्तान परस्त लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने पहलगाम में धर्म के आधार पर पहचान कर 26 पर्यटकों की हत्या भी की थी। जिसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकाने ध्वस्त किए थे। साथ ही पाकिस्तान की सेना के 11 एयरबेस और 2 रडार स्टेशनों पर भी बड़ी तबाही मचाई थी।