पीएम मोदी पर जुबानी हमला पाक विदेश मंत्री को पड़ा भारी, वापस लेना पड़ा ये शब्द

विदेश मंत्री कुरैशी पीएम मोदी को कथित सर्वश्रेष्ठ हिंदूवादी विचारधारा को लेकर हमला करना चाह रहे थे लेकिन इस ट्वीट में वह बड़ी गलती कर बैठे।

Avatar Written by: May 27, 2020 4:39 pm

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के कई बड़े नेता और सेलिब्रिटी अक्सर भारत के खिलाफ जहर भरी बातें उगलते हैं। कभी कोई क्रिकेटर, कभी आतंकी संगठन के ‘आका’ तो कभी इमरान सरकार के मंत्री। मगर इस बार पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने की कोशिश में खुद ही ट्रोल हो गए।

विदेश मंत्री कुरैशी पीएम मोदी को कथित सर्वश्रेष्ठ हिंदूवादी विचारधारा को लेकर हमला करना चाह रहे थे लेकिन इस ट्वीट में वह बड़ी गलती कर बैठे। ट्विटर पर फजीहत होने के बाद कुरैशी को वह पोस्ट ही डिलीट करनी पड़ गई।

कुरैशी ने लिखा, हम चुपचाप बैठकर एक और गुजरात नहीं होने देंगे। मुस्लिम विरोधी हिंसा और इस्लामोफोबिया के बढ़ते मामलों को रोकने में पाकिस्तान को इस्लामिक सहयोग संगठन का समर्थन मिला है और अब इसके खिलाफ कार्रवाई के लिए पाकिस्तान ओआईसी के साथ मिलकर एक समूह बनाएगा। इसके बाद कुरैशी ने एक और ट्वीट किया जिसके बाद लोगों ने उनके इतिहास बोध पर ही सवाल खड़े करने शुरू कर दिए।

उन्होंने लिखा, “पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र और इस्लामिक सहयोग संगठन से लगातार अपील करता रहा है कि वह इस्लामोफोबिया की बढ़ती घटनाओं, हिंसा व क्षेत्रीय अस्थिरता के अलावा मोदी की द्रविड़ियन श्रेष्ठता की  विचारधारा की भी निंदा करे। हम यूएन प्रमुख एंटोनियो गुटरेज की इस्लामोफोबिया को काउंटर करने के लिए की गई पहल का स्वागत करते हैं।”

ट्वीट में द्रविड़ियन शब्द इस्तेमाल करने को लेकर कुरैशी घिर गए। द्रविड़ियन समान्यत: दक्षिण भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया और श्रीलंका के लोगों के संदर्भ में इस्तेमाल किया जाता है। जबकि उत्तर भारतीयों के साथ आर्यों को जोड़ा जाता है।

अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने लिखा, ऐसा लगता है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री और जो लोग उनके लिए ट्वीट करते हैं, उन्हें भारतीय इतिहास और नस्लीय उत्पत्ति के बारे में बिल्कुल भी अंदाजा नहीं है। आर्यन उत्तर भारतीयों के लिए द्रविड़ियन सुप्रेमेसिस्ट आइडियालॉजी का इस्तेमाल करना पाकिस्तान के लिए तुर्की उत्पत्ति का दावा करने से भी ज्यादा हैरान करने वाला है।

संजीव बिश्नोई नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, शिक्षित और बौद्धिक लोग असल में पाकिस्तान के अल्पसंख्यक हैं। एक यूजर ने लिखा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी ऐसी ही गलतियां करते रहते हैं।