नई दिल्ली। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो अक्सर भारत के खिलाफ जहर उगलते रहते हैं। इस बार भी जब भुट्टो ने भारत के खिलाफ जहर उगला तो भारत ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी द्वारा सुरक्षा परिषद में महिला, शांति और सुरक्षा पर जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने के बाद यह कहते हुए उस पर तंज कसा कि इस तरह के “दुर्भावनापूर्ण और झूठे प्रचार” जवाब देने लायक भी नहीं है। जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने मंगलवार को उनके बयान को ‘आधारहीन और राजनीति से प्रेरित’ बताया।
आपको बता दें कि कंबोज ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए कहा, ‘इससे पहले कि मैं निष्कर्ष निकालूं, मैं केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के बारे में पाकिस्तान के प्रतिनिधि द्वारा की गई तुच्छ, निराधार और राजनीति से प्रेरित टिप्पणी को खारिज करती हूं।’ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ‘महिला, शांति और सुरक्षा’ पर खुली बहस में बोलते हुए कंबोज ने कहा, “मेरे प्रतिनिधिमंडल इस तरह के दुर्भावनापूर्ण और झूठे प्रचार का जवाब देना भी उचित नहीं मानता है। बल्कि, हमारा ध्यान वहां है जहां यह हमेशा सकारात्मक और दूरदर्शी रहेगा। महिला, शांति और सुरक्षा एजेंडे के पूर्ण कार्यान्वयन में तेजी लाने के लिए हमारे सामूहिक प्रयासों को मजबूत करने के लिए आज की चर्चा महत्वपूर्ण है। हम बहस के विषय का सम्मान करते हैं और समय के महत्व को पहचानें। इस प्रकार, हमारा ध्यान विषय पर कायम रहने वाला है।”
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर इस महीने के लिए मोजाम्बिक की अध्यक्षता में आयोजित परिषद की बहस में पाकिस्तान के विदेश मंत्री जरदारी द्वारा अपनी टिप्पणी में जम्मू-कश्मीर का उल्लेख करने के बाद कंबोज की तीखी प्रतिक्रिया आई। गौरतलब है कि भारत पहले भी पाकिस्तान को बता चुका है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का पूरा इलाका भारत का हिस्सा था, है और रहेगा। भारत इस बात पर कायम रहा है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखता है, जबकि इस बात पर जोर देता है कि इस तरह के जुड़ाव के लिए आतंकवाद और शत्रुता से मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान जैसे देश की है।