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Pakistan: भुट्टो ने कहा था- घास खाकर भी बनाएंगे परमाणु बम, उनका एलान अब पाकिस्तान में ऐसे बन रहा हकीकत

साल 1971 के युद्ध में बांग्लादेश के नाम से अपना हिस्सा गंवाने के बाद पाकिस्तान के राष्ट्रपति का पद जुल्फिकार अली भुट्टो ने संभाला था। भुट्टो ने तब एलान किया था कि भारत से 100 साल जंग लड़ेंगे। साथ ही ये एलान भी किया था कि घास-फूस खाकर भी भारत के खिलाफ पाकिस्तान परमाणु बम जरूर बनाएगा।

इस्लामाबाद। साल 1971 के युद्ध में बांग्लादेश के नाम से अपना हिस्सा गंवाने के बाद पाकिस्तान के राष्ट्रपति का पद जुल्फिकार अली भुट्टो ने संभाला था। भुट्टो ने तब एलान किया था कि भारत से 100 साल जंग लड़ेंगे। साथ ही ये एलान भी किया था कि घास-फूस खाकर भी भारत के खिलाफ पाकिस्तान परमाणु बम जरूर बनाएगा। भुट्टो के एलान को हकीकत में बदलते हुए पाकिस्तान ने चोरी की ड्राइंग और सामग्री से परमाणु बम बना लिया। भुट्टो का एक अन्य एलान अब वहां हकीकत बनता दिख रहा है। हालत पाकिस्तान की ये है कि आने वाले वक्त में वहां के लोगों को घास-फूस खाकर ही शायद जिंदा रहना पड़े। पाकिस्तान के नामचीन उर्दू अखबार ‘इंतखाब’ ने बताया है कि देश की हालत फिलहाल कैसी है और वहां लोगों का हाल क्या है।

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अखबार इंतखाब के मुताबिक पाकिस्तान में लगातार गरीबों की संख्या बढ़ती जा रही है। गरीबी की दर में 35.7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, खाने-पीने की चीजें 20 से 31 फीसदी महंगी हो चुकी हैं। वैश्विक गरीबी सूचकांक में भी पाकिस्तान 116 देशों में से 92वें नंबर पर है। लगातार अगर और हालात बिगड़ते रहे, तो वहां के लोगों के लिए दो जून की रोटी जुटाना भी भारी पड़ सकता है। नतीजे में भुखमरी से मौतों की भी पाकिस्तान में आशंका जताई जा रही है। इंतखाब अखबार ने पाकिस्तान की सरकार को सलाह दी है कि वो महंगाई को नियंत्रण में करने के लिए प्रणाली तैयार करे। अखबार ने कहा है कि पिछले कुछ साल में पाकिस्तान में खाद्य सुरक्षा काफी प्रभावित हुई है। आतंकी गतिविधियों, अफगानिस्तान से संघर्ष और मौसम परिवर्तन इसकी वजह हैं।

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इंतखाब अखबार की खबर के मुताबिक लगातार बढ़ रही महंगाई से पाकिस्तान के लोगों को भोजन और बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। कराची हवाई अड्डे से माल निकालने के लिए व्यापारी लगातार अफसरों से गुहार तक लगा रहे हैं। बैंकों में डॉलर नहीं है और इससे ये मसला फंस गया है। पाकिस्तान का वित्त मंत्रालय भी इन हालात से पार नहीं पा रहा है। कुल मिलाकर भुट्टो की बात पाकिस्तान के लिए हकीकत बनती नजर आ रही है। जबकि, पड़ोसी भारत के साथ ही पाकिस्तान का भी जन्म 1947 में हुआ था।