
नई दिल्ली। अल्पसंख्यक व मानवाधिकार का झूठा राग अलापने वाले पाकिस्तान की स्याह हकीकत एक बार फिर सामने आई है। देश के बहुसंख्यक मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक और नाबालिग हिंदू लड़की का न सिर्फ अपहरण कर लिया, बल्कि उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराकर अपहरणकर्ता से ही शादी भी करवा दी। पुलिस व जन प्रतिनिधियों की चुप्पी के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और उन्होंने लड़की पर दबाव बनाकर अपने पक्ष में हलफनामा भी दाखिल करवाया है।
ताजा मामला सिंध प्रांत के जैकोबाबाद का है, जहां अरोक कुमारी नाम की एक लड़की बुधवार से गायब है। हालांकि बाद में वायरल वीडियो के जरिए खुलासा हुआ कि उस लड़की का धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम युवक अली रज़ा नाम के साथ शादी हो गई है।
वीडियो में अरोक कुमारी, अली रज़ा नाम के मुस्लिम लड़के के साथ बैठी नजर आ रही है। वह बता रही है कि उसने अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम युवक से शादी की है।
अरोक कुमारी (धर्म परिवर्तन के बाद अलीज़ा) वीडियो में कह रही हैं, ‘मैंने अपनी मर्जी से धर्म बदल कर इस्लाम कुबूल किया है। मेरा नया नाम अलिज़ा है। मैंने दरगाह अमरोत शरीफ में इस्लाम अपना कर अली रज़ा से निकाह किया है।’
उसने अपनी उम्र 18 साल बताते हुए अपनी और अपने पति की सुरक्षा की मांग की है। लड़की ने सिंध क्षेत्र के सुक्कर जिले की एक अदालत में एक केस दाखिल किया है जिसमें उसने अपने हिंदू परिवार और समुदाय से अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा देने की मांग की है।
उसने कहा, ‘मैं 18 साल की हूं। मैं अपने माता-पिता और हिंदू समुदाय के लोगों से सुरक्षा चाहती हूं। मैंने और मेरे पति ने अपनी सुरक्षा के लिए सुक्कर की एक अदालत में केस दर्ज कराया है।’