इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की कुर्सी पर दोहरा खतरा मंडरा गया है। एक तरफ विपक्ष ने उनके खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव दिया है। वहीं, सेना ने इमरान से कहा है कि वो और फजीहत कराने की जगह पीएम का पद छोड़ दें। पहले बात करते हैं सेना की। सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने इमरान खान से कल रात मुलाकात की। ये मुलाकात लंबी चली और इसके बाद ही ये चर्चा मीडिया में होने लगी कि बाजवा ने इमरान से कह दिया है कि वो कुर्सी छोड़ दें। अब बात विपक्ष की कर लेते हैं। विपक्ष ने जो अविश्वास प्रस्ताव दिया है, उस पर 28 मार्च को वोटिंग होने जा रही है। बताया जा रहा है कि इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ यानी पीटीआई के तमाम सांसद भी अपने मुखिया के खिलाफ हो गए हैं।
اگر عمران خان کا وجود اس سیاست سے سیاسی، آئینی اور قانونی طریقے سے ختم نہ کیا پھر خدانخواستہ پاکستان کا وجود خطرے میں ہے۔#ShehbazSharifOnSamaa pic.twitter.com/5gKNcD2v3E
— PML(N) (@pmln_org) March 18, 2022
अविश्वास प्रस्ताव के बारे में विपक्ष के नेता और पूर्व पीएम नवाज शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ ने मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया कि इमरान खान ने खुदा और पाकिस्तान की जनता के नाम से जो वादे किए थे, वे पूरे नहीं हुए हैं। एक इंटरव्यू में शाहबाज शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तान और यहां की 22 करोड़ जनता के लिए इमरान खान का बने रहना किसी खतरे से कम नहीं है। उन्होंने ये दावा भी किया कि इमरान की पार्टी के 50 सांसद भी विपक्ष के साथ हैं। वहीं, इमरान खान के हावभाव देखकर लग रहा है कि वो सत्ता छोड़ने के मूड में नहीं हैं।
पाकिस्तान में इमरान खान मुल्क की हालत बदलने का भरोसा देकर सत्ता में आए थे। उन्होंने नया पाकिस्तान बनाने का वादा किया था, लेकिन सरकार बनने के बाद से पाकिस्तान की हालत और खराब हो गई है। लोगों को दो जून की रोटी मिलने में भी दिक्कत हो रही है। हालत ये है कि एक अंडा 30 रुपए का मिल रहा है। जबकि, 10 किलो आटे की बोरी करीब 800 रुपए की हो गई है। इसके अलावा आतंकवादी घटनाएं भी लगातार हो रही हैं। जिनमें सेना के जवानों के साथ ही अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है।