Yasin Malik: इधर आतंकी यासीन मलिक को मिली की सजा, उधर पाकिस्तानी PM शहबाज शरीफ को लगा ‘सदमा’
Yasin Malik: वहीं आतंकियों को पनाह पाकिस्तान को यासीन मलिक की सजा मिलने पर बौखलाहट नजर आ रही है। यासीन मलिक की सजा सुन पाकिस्तान को सदमा लगा है। पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा पर ट्वीट कर कहा कि यासीन के साथ नाइंसाफी हुई है।
नई दिल्ली। कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक (Kashmir Separatist Leader Yasin Malik) को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। टेरर फडिंग मामले में दिल्ली की NIA कोर्ट ने आतंकी यासीन मलिक को सजा सुना दी गई है। यासीन मलिक को दो मामलों में उम्रकैद की सजा सुनाई है। साथ आतंकी यासीन मलिक पर 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। ध्यान रहे कि कोर्ट यासीन को टेरर फंडिंग मामले में दोषी करार दे चुकी थी। इससे पहले 25 मई को भी इस मामले पर सुनवाई हुई थी। बता दें कि विगत दिनों हुई पूछताछ में यासिन ने खुद आतंकी गतिविधियों में शामिल होने की बात स्वीकार की थी। यही नहीं, यासीन जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी गतिविधियों में शामिल रह चुका है। जिसे लेकर अब एनआईए ने उसे दोषी करार दिया है। वहीं आतंकियों को पनाह पाकिस्तान को यासीन मलिक की सजा मिलने पर बौखलाहट नजर आ रही है। यासीन मलिक की सजा सुन पाकिस्तान को सदमा लगा है। पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने मलिक को उम्रकैद की सजा पर ट्वीट कर कहा कि यासीन के साथ नाइंसाफी हुई है।
उन्होंने लिखा, ”आज का दिन भारतीय लोकतंत्र और उसकी न्याय प्रणाली के लिए एक काला दिन है। भारत यासीन मलिक को शारीरिक रूप से कैद कर सकता है लेकिन वह कभी भी उस स्वतंत्रता के विचार को कैद नहीं कर सकता जिसका वह प्रतीक है। बहादुर स्वतंत्रता सेनानी को आजीवन कारावास कश्मीरियों के आत्मनिर्णय के अधिकार को नई गति प्रदान करेगा।”
Today is a black day for Indian democracy & its justice system. India can imprison Yasin Malik physically but it can never imprison idea of freedom he symbolises. Life imprisonment for valiant freedom fighter will provide fresh impetus to Kashmiris’ right to self-determination.
— Shehbaz Sharif (@CMShehbaz) May 25, 2022
आपको बता दें कि यासीन मलिक को सजा मिलने से पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना करने हेतु ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘अफरीदी विश्व को IIOJK में राजनीतिक कैदियों के साथ भारत सरकार के दुर्व्यवहार पर ध्यान देना चाहिए। प्रमुख कश्मीरी नेता यासीन मलिक को फर्जी आतंकवाद के आरोपों में दोषी ठहराना व्यर्थ प्रयास है, भारत के मानवाधिकारों के हनन की आलोचना करने वाली 2 मौन आवाजें’।
World should take note of Indian govt’s mistreatment of political prisoners in IIOJK. Conviction of prominent Kashmiri leader Yasin Malik on fake terrorism charges is futile effort 2 silence voices critical of India’s blatant human rights abuses. Modi regime must b held 2 account
— Shehbaz Sharif (@CMShehbaz) May 23, 2022