
नई दिल्ली। पाकिस्तान की जेलों में भारत के कई नागरिक कैद हैं, जो कई सालों से भारत वापस आने के प्रयास में हैं। लेकिन पाकिस्तान सरकार ने कुछ लोगों को तो जासूसी के आरोपों में जेल में डाल रखा है तो कई समुद्री सीमा को पार कर पाकिस्तान की सीमा में पहुंचे मछुआरों को भी जेल में पाकिस्तान ने कैद कर रखा है। इस बीच एक बड़ी खबर ये आ रही है कि पाकिस्तान सरकार ने अपनी जेलों में बंद 203 भारतीयों को रिहा कर दिया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान 200 भारतीय मछुआरों और तीन नागरिक कैदियों को रिहा किया। उन्होंने कहा कि उनका देश मानवीय आधार पर 200 भारतीय मछुआरों और तीन असैन्य कैदियों को रिहा कर दिया है। इसके बाद ही मछुआरों के उन परिवारों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई है जो एक लंबे समय से उनके रिहा होने का इंतजार कर रहे थे।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने एक ट्वीट के जरिए इसकी जानकारी दी, उन्होंने ट्वीट में लिखा, “आज, पाकिस्तान 200 भारतीय मछुआरों और 3 नागरिक कैदियों को रिहा कर रहा है। इससे पहले, 198 भारतीय मछुआरों को 12 मई, 2023 को छोड़ा गया था। यह मानवीय मामलों का राजनीतिकरण नहीं करने की पाकिस्तान की नीति के अनुसार है। करुणा को राजनीति से ऊपर रखने की जरूरत है।
Today, Pakistan is releasing 200 Indian fishermen and 3 civilian prisoners. Earlier, 198 Indian fishermen were repatriated on 12 May 2023. This is in line with Pakistan’s policy of not politicizing the humanitarian matters. Compassion should take precedence over politics.
— BilawalBhuttoZardari (@BBhuttoZardari) June 2, 2023
गौर करने वाली बात ये है कि कुछ समय पहले ही भारतीय तटरक्षक जहाज ने भारतीय मछुआरों को पाकिस्तानी चुंगल से रिहाकरवाने का बड़ा ही साहसी कार्य किया था। खबर मिली थी कि इन मछुआरों को पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए) इन्हें पाकिस्तानी बंदरगाह लेकर जाने वाली थी। यह घटना 6 अक्टूबर को हुई थी जब भारतीय तटरक्षक जहाज अरिंजय को जखाऊ से एक भारतीय मछली पकड़ने वाली नाव हरसिद्धि -5 से जुड़ी एक आपात स्थिति के बारे में सूचना मिली थी। इस नाव के मछुआरे पाकिस्तानी सीमा के नजदीक मछली पकड़ रहे थे।