
नई दिल्ली। बुधवार को पाकिस्तान में ऊपरी सदन सीनेट की 37 सीटों के लिए हुए चुनाव में पाक की इमरान सरकार को बड़ा झटका लगा है। बता दें कि सामने आए नतीजों में इस्लामाबाद सबसे हॉट सीट रही। यहां से पीटीआई के उम्मीदवार रहे प्रधानमंत्री इमरान खान की अगुवाई वाली सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉक्टर अब्दुल हफीज शेख को हार का सामना करना पड़ा है। उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री और पीपीपी के वरिष्ठ नेता यूसुफ रज़ा गिलानी ने 5 वोटों से हरा दिया। जहां गिलानी को 169 वोट मिले, वहीं उनके प्रतिद्वंदी अब्दुल हफीज शेख को 164 वोट मिले। इस चुनाव में निर्वाचन अधिकारियों ने सात मत को अवैध घोषित कर दिया। बता दें कि इस्लामाबाद में सीनेटर चुनने के लिए हुए मतदान में कुल 340 वोट पड़े थे। हालांकि चुनाव पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली का नहीं बल्कि सीनेट का था मगर इस्लामाबाद सीनेट के चुनाव में नेशनल एसेंबली के सदस्य हीं वोट करते हैं। ऐसे में इस्लामाबाद सीट पर डॉक्टर शेख की हार इमरान खान की सरकार के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है।
खास बात यह है कि डॉक्टर शेख के लिए इमरान खान ने खुद भी चुनाव प्रचार किया था लेकिन नतीजा ये रहा कि डॉक्टर शेख को जीत नसीब नहीं हो सकी। चुनाव नतीजों से गदगद पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने ट्वीट में कहा है कि लोकतंत्र सबसे अच्छा बदला है। वहीं, दूसरी तरफ इमरान सरकार के एक प्रवक्ता शहबाज गिल ने बयान दिया कि विपक्षी उम्मीदवार पांच वोट के अंतर से जीता है जबकि सात वोट अवैध घोषित कर दिए गए।
फिलहाल इस चुनाव में सत्ताधारी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जबकि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) दूसरे नंबर पर रही है।
नो कांफिडेंस मोशन लाने का ऐलान
गिलानी की जीत के बाद विरोधी दलों के मोर्चे PDM की नेता मरयम नवाज़ शरीफ ने इमरान खान के खिलाफ नो कांफिडेंस मोशन लाने का ऐलान कर दिया है, 11 दलों के मोर्चे PDM की बैठक में जिस पर फैसला होगा। वहीं गिलानी की इस जीत के बाद बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने इमरान खान के इस्तीफे की मांग कर दी है। उधर, इमरान खान की पार्टी ने यह फैसला किया है कि अगर वह संसद में अविश्वास प्रस्ताव में सफल नहीं होता है तो वे एसेंबली को भंग देंगे और फिर से चुनाव कराएंगे।