लंदन। ब्रिटेन में बसे तमाम पाकिस्तानी नागरिक वहां की लड़कियों को सेक्स अपराध का निशाना बना रहे हैं। आए दिन ऐसी खबरें सामने आती हैं। इस अपराध को करने वालों को ‘ग्रूमिंग गैंग’ कहा जाता है। अब ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने ऐसे ग्रूमिंग गैंग्स के खिलाफ सख्त एक्शन लिया है। उन्होंने ऐसे लोगों से निपटने के लिए नए टास्क फोर्स का एलान किया है। इस टास्क फोर्स में यौन उत्पीड़न के जिम्मेदार अपराधियों पर सख्त कार्रवाई के लिए खास अफसरों की तैनाती की गई है। ग्रूमिंग गैंग्स के खिलाफ टास्कफोर्स का एलान करते हुए सुनक ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि सरकार के लिए महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा सबसे पहले है। उन्होंने कहा कि ग्रूमिंग गैंग टास्क फोर्स में नेशनल क्राइम एजेंसी के समर्थित विशेषज्ञ होंगे और ये स्थानीय बलों के साथ मिलकर काम करेंगे।
I will do whatever it takes to root out evil grooming gangs who prey on vulnerable women and young girls.
1/ Firstly, I’m launching a group of specialist police officers who’ll go after grooming gangs across the country to bring them to justice ? pic.twitter.com/dzNR9OIa3L
— Rishi Sunak (@RishiSunak) April 3, 2023
ऋषि सुनक की तरफ से ग्रूमिंग गैंग्स के खिलाफ टास्क फोर्स बनाने के एलान से पहले ब्रिटेन की गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने भी ग्रूमिंग गैंग्स का शिकार बनने वाली लड़कियों पर बयान दिया था। सुएला ने कहा था कि इस तरह सेक्स अपराध करने वाले पुरुषों के गिरोह में लगभग सभी पाकिस्तानी मूल के हैं। उन्होंने ये भी साफगोई से स्वीकार किया था कि इसके बाद भी अफसरों ने सियासी, नस्लवादी और कट्टर कहे जाने के डर से इनकी तरफ से आंखें मूंद रखी हैं। सुनिए सुएला ब्रेवरमैन का ये बयान।
UK Home Secretary @SuellaBraverman: We’ve seen White English girls being groomed by gangs of British-Pakistani men pic.twitter.com/iiQKtJ9EoP
— FJ (@Natsecjeff) April 2, 2023
ब्रिटिश पीएम के सरकारी आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट के प्रवक्ता ने इस बारे में बताया कि ग्रूमिंग गैंग्स से निपटने के लिए ऐसे अफसरों को तैनात किया जा रहा है, जो ऐसे मामलों की जांच का बड़ा अनुभव रखते हैं। प्रवक्ता ने बताया कि हर हाल में ग्रूमिंग गैंग्स को उखाड़ फेंका जाएगा और दोषियों को सलाखों के पीछे डाला जाएगा। प्रवक्ता के मुताबिक डेटा का विश्लेषण करने वाले अफसर ऐसे ग्रूमिंग अपराध करने वालों की पहचान करेंगे। साथ ही उनकी जातीयता और खुफिया जानकारी के आधार पर टास्क फोर्स के साथ मिलकर काम करेंगे।