नई दिल्ली। पाकिस्तान के क्वेटा से एक गंभीर और भयानक घटना सामने आई है, जहां एक पुलिस अधिकारी ने जेल में बंद ईशनिंदा के आरोपी को गोली मार दी। क्वेटा की पुलिस ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि गोली चलाने वाला पुलिस अधिकारी था, जो आरोपी से उसके रिश्तेदार के रूप में मिलने आया था। आरोपी को गोली मारने के बाद पुलिस ने तुरंत ही गोली चलाने वाले अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना पर क्वेटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहम्मद बलूच ने बयान दिया है कि आरोपी की हत्या में शामिल पुलिस अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पाकिस्तान में ईशनिंदा की घटनाएं
पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोपों को लेकर हिंसक घटनाएं पहले भी कई बार सामने आ चुकी हैं। विशेषकर हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ इस प्रकार के आरोप लगाकर उन्हें निशाना बनाया गया है। हिंदू समुदाय के लोग कई बार फर्जी ईशनिंदा के आरोपों के तहत जेलों में बंद किए गए हैं या भीड़ द्वारा हमला किया गया है।
साल 2020 में भी एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की घटना हुई थी, जहां ईशनिंदा का आरोप लगाकर मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया। इसके अलावा, अल्पसंख्यक समुदाय के कई सदस्यों को ईशनिंदा के झूठे आरोपों में जान से मारने की धमकी दी जाती रही है।
पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून
पाकिस्तान में ईशनिंदा को लेकर बहुत सख्त कानून हैं, जिन्हें विवादित भी माना जाता है। पाकिस्तान पीनल कोड की धारा 295-सी के तहत पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कोई भी अपमानजनक टिप्पणी करने पर मृत्युदंड या आजीवन कारावास का प्रावधान है। हालांकि, इस कानून का कई बार दुरुपयोग होता है और व्यक्तिगत दुश्मनी निकालने के लिए इसे हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह कानून खासकर अल्पसंख्यकों के लिए खतरनाक साबित होता है, क्योंकि अक्सर बिना किसी ठोस सबूत के उन पर ईशनिंदा के आरोप लगाए जाते हैं।