
नई दिल्ली। रूस ने पहली बार इस बात की पुष्टि करी है कि यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में उत्तर कोरिया के सैनिकों ने भाग लेते हुए रूस का साथ दिया। रूस के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ वालेरी गेरासिमोव ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा कि उत्तर कोरियाई सैनिकों ने कुर्स्क सीमा क्षेत्र की मुक्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और यूक्रेनी सशस्त्र बलों को हराने में हमें सहायता प्रदान की। समाचार एजेंसी एएनआई ने दक्षिण कोरियाई समाचार एजेंसी योनहाप के हवाले से यह जानकारी दी है।
अमेरिका, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन और यूक्रेन ने लगभग एक साल पहले इस बात का अंदेशा जताया था कि यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस की तरफ से उत्तर कोरियाई सैनिकों को अग्रिम पंक्ति में देखा गया है। अब रूस ने खुद इस बात को माना है। पुतिन ने इस बात का भी दावा किया है कि उनके देश ने कुर्स्क क्षेत्र पर फिर से नियंत्रण हासिल कर लिया है। कुर्स्क वह सीमा क्षेत्र है जहां यूक्रेन ने पिछले साल हमला किया था। पुतिन ने क्षेत्र इस अभियान में शामिल सैनिकों को बधाई देते हुए और उनका धन्यवाद किया।
उधर, रूस द्वारा कुर्स्क में दोबारा नियंत्रण की बात को यूक्रेन ने नकार दिया है। यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने एक टेलीग्राम पोस्ट में कहा कि कुर्स्क के बारे में पुतिन का दावा ‘सही नहीं है।‘ कुर्स्क क्षेत्र के निर्दिष्ट इलाके में यूक्रेनी रक्षा बलों का रक्षात्मक अभियान जारी है। परिचालन की स्थिति कठिन है, लेकिन हमारी इकाइयाँ अपनी स्थिति बनाए हुए हैं और अपने निर्धारित कार्य कर रही हैं। बता दें कि एक दिन पहले ही अमेरिका ने रूस पर नए प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, पिछले कुछ दिनों में पुतिन द्वारा यूक्रेन के नागरिक क्षेत्रों, शहरों और कस्बों में बिना कारण मिसाइलें दागी गईं।