मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने आखिरकार यूक्रेन के खिलाफ जंग का एलान कर दिया। अब से कुछ देर पहले पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान को मंजूरी दी। पुतिन ने इस आदेश के बाद यूक्रेन की सेना को अपने हथियार डालने के लिए भी कहा है। बता दें कि रूस ने यूक्रेन की सीमा और बेलारूस में 2 लाख सैनिक और हथियार इकट्ठा कर लिए थे। पुतिन ने बीते दिनों यूक्रेन के दो अलगाववादी इलाकों डोनेत्स्क और लुहांस्क को आजाद भी घोषित कर दिया था। यूक्रेनी सेना को हथियार डालने की चेतावनी देने के साथ ही पुतिन ने धमकी भी दी है। पुतिन ने कहा है कि रूस स्पेशल सैन्य ऑपरेशन शुरू कर रहा है और वो यूक्रेन का गैरफौजीकरण करेगा। पुतिन ने कहा है कि अगर किसी और देश ने इस मामले में हस्तक्षेप किया, तो उसे परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।
अपने आपातकालीन भाषण में पुतिन ने कहा कि सभी जरूरी फैसले उन्होंने ले लिए हैं और इस मामले में सभी संबंधित पक्षों से उम्मीद है कि उन्होंने रूस की बात अच्छी तरह सुन ली होगी। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि ये हमारे जीवन-मरण का सवाल है। उन्होंने आरोप लगाया कि यूक्रेन ने लाल रेखा पार की और वो नए नाजियों का समर्थन कर रहा है। पुतिन ने कहा कि इसी वजह से मजबूरी के तहत रूस को यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू करना पड़ा।
बता दें कि अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन ने रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं। अमेरिका और नाटो के देशों ने यूक्रेन और पोलैंड में बड़ी तादाद में फौज और हथियार भी इकट्ठा किए हैं। रूस ने लगातार आरोप लगाया है कि यूक्रेन को नाटो में शामिल कर उसकी सुरक्षा को खतरे में डालने की कोशिश की जा रही है। पुतिन गारंटी चाहते थे कि नाटो और अमेरिका कह दें कि यूक्रेन को संगठन में नहीं लिया जाएगा। पुतिन ने ये आरोप भी लगाया था कि साल 2015 में हुए समझौते को तोड़कर नाटो और अमेरिका उसकी सीमा के पास तक अपना अड्डा बनाने की तैयारी कर रहे हैं।