
मारियुपोल। अंतराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) की तरफ से गिरफ्तारी वॉरंट जारी होने के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने अपने एक कदम से सबको चौंका दिया है। पुतिन ने आईसीसी के वॉरंट के बाद यूक्रेन के कब्जा किए गए क्रीमिया का शनिवार को दौरा किया था। अब खबर है कि पुतिन अब यूक्रेन के मारियुपोल पहुंचे हैं। मारियुपोल को रूस ने यूक्रेन के साथ मौजूदा युद्ध के दौरान कब्जे में लिया है। पुतिन के इस कदम से यूक्रेन में मौजूद रूसी सैनिकों का मनोबल तो बढ़ ही सकता है। साथ ही पुतिन ने क्रीमिया और मारियुपोल का दौरा कर आईसीसी के वॉरंट को भी ठेंगा दिखाने की कोशिश की है।
रूस के सूचना विभाग में निदेशक मारिया जाखारोवा पहले ही कह चुकी हैं कि उनका देश आईसीसी के गिरफ्तारी वॉरंट को नहीं मानता। जाखारोवा ने शुक्रवार रात को कहा था कि रूस ने आईसीसी की स्थापना संबंधी समझौते पर कभी दस्तखत नहीं किए थे। इस वजह से आईसीसी की तरफ से कोई भी कार्रवाई रूस पर कतई लागू नहीं होती है। अब व्लादिमिर पुतिन के क्रीमिया और मारियुपोल जाने से रूस ने दिखाने की शायद कोशिश की है कि किसी भी दबाव में वो कतई आने वाला नहीं है।
यूक्रेन के खिलाफ रूस का सैन्य अभियान 24 फरवरी 2022 से चल रहा है। एक साल से भी ज्यादा वक्त इस जंग को हो गया है। रूस एक तरफ है। वहीं, यूक्रेन को अमेरिका और यूरोप के तमाम देश सैन्य और आर्थिक मदद दे रहे हैं। पुतिन ने हालांकि ये दावा कई बार किया है कि वो यूक्रेन पर जीत हासिल करके रहेंगे। वैसे पहली बार वो यूक्रेन से कब्जा किए गए इलाकों के दौरे पर गए हैं। इससे पहले पुतिन की सरकार में रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु भी कई बार यूक्रेन में जंग लड़ रहे रूसी सैनिकों से मुलाकात करने गए थे। फिलहाल रूस ने यूक्रेन के बाखमुत शहर पर घेरा डाल रखा है। इस शहर को अगर रूस ने जीत लिया, तो यूक्रेन की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा पैदा हो जाएगा।