नई दिल्ली। रूस की राजधानी मॉस्को में हुए एक बम धमाके में न्यूक्लियर, बायोलॉजिकल, केमिकल डिफेंस फोर्स (एनबीसी) के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव की मौत हो गई है। इस धमाके में जनरल के असिस्टेंट की भी जान चली गई है। लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवादित होने के साथ एक प्रभावशाली शख्सियत के तौर पर भी जाने जाते थे। रूस के लिए इसे एक बहुत बड़ी क्षति के रूप में देखा जा रहा है। मास्को पुलिस और जांचकर्ताओं ने इस घटना को सुनियोजित हत्या करार दिया है। फिलहाल सीसीटीवी की मदद से संदिग्धों की तलाश की जा रही है।
Russian Lieutenant General Igor Kirillov and his driver were both killed in an explosion in Moscow as they left an apartment building. The explosive may have been planted on a scooter parked near the entrance. pic.twitter.com/M3sVyzLBAv
— Russian Market (@runews) December 17, 2024
रूसी जांच एजेंसी के अनुसार यह बम धमाका उस समय हुआ जब न्यूक्लियर, बायोलॉजिकल, केमिकल डिफेंस फोर्स के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव मंगलवार सुबह एक रेसिडेंस ब्लॉक से निकल रहे थे। एक टू व्हीलर में बम को प्लांट किया गया था और बम लगाने वाले का निशाना लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव ही थे। जैसे ही बम विस्फोट हुआ लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव के साथ मौजूद उनके एक सहयोगी की भी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। बम धमाका इतना जबर्दस्त था कि आस पास की बिल्डिंगों को भी नुकसान पहुंचा है। कई बिल्डिंगों की खिड़कियों और दरवाजों के शीशे टूट गए हैं।
अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों को लेकर किए थे खुलासे
लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव को रूस में एक साहसी सैन्य अधिकारी के तौर पर जाना जाता था। उन्होंने अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों की कथित जैविक और रासायनिक हथियार परियोजनाओं के बारे में कई सनसनीखेज खुलासे भी किए थे। इसके चलते उन्हें प्रतिबंध का भी सामना करना पड़ा था। ब्रिटेन ने लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव पर प्रतिबंध लगाते हुए कहा था कि उन्होंने यूक्रेन में केमिकल हथियारों के इस्तेमाल की निगरानी की थी। साथ ही रूस के दुश्मन देश यूक्रेन की खुफिया एजेंसी एसबीयू ने भी उन पर आरोप लगाते हुए जनरल इगोर किरिलोव को प्रतिबंधित रासायनिक हथियारों के बड़े पैमाने पर इस्तेमाल के लिए जिम्मेदार ठहराया था।