जकार्ता। भारत-चीन संबंधों को लेकर आज दोनों देशों के विदेश मंत्रालयों के बीच महत्वपूर्ण बातचीत हुई। इसमें चीनी राजदूत वांग यी ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने दो एशियाई दिग्गजों (भारत-चीन) के बीच द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर करने के लिए कदम उठाने का आह्वान किया है। उन्होंने सीमा पर विवादास्पद मुद्दों के समाधान और चीनी कंपनियों के लिए गैर-भेदभावपूर्ण और पारदर्शी कारोबारी माहौल को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। बैठक के दौरान चीन भारत के आगे व्यापार को सुचारु रूप से बहाल करने की अपील करता नजर आया।
आपको बता दें कि इंडोनेशिया के जकार्ता में आसियान विदेश मंत्रियों के साथ बैठकों के दौरान राजदूत वांग ने चीनी कंपनियों पर भारत के हालिया प्रतिबंधों के बारे में अपनी चिंताओं से अवगत कराया। उन्होंने चीन और भारत दोनों से सीमा विवादों के पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान खोजने में सहयोग करने का आग्रह किया। इसके अलावा, उन्होंने दोनों देशों के व्यवसायों के लिए अनुकूल माहौल बनाने के महत्व पर जोर दिया।
#WATCH | “India and Indonesia both struggled for freedom around the same time…we both got independence around the same time. India and Indonesia have a natural attachment for each other…”: EAM S Jaishankar in Jakarta, Indonesia pic.twitter.com/5OzMxRnx0V
— ANI (@ANI) July 12, 2023
राजदूत वांग के बयान के जवाब में, भारतीय विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर ने भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने के महत्व की पुष्टि की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह से हालात में यदि सुधार हो जाता है तो ये दोनों देशों के हितों की पूर्ति करता है और उनके सामान्य लक्ष्यों को पूरा करता है। मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत खुली बातचीत के माध्यम से असहमति को हल करने और सहयोग के लिए अनुकूल स्थितियां बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।