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Axiom-4 Mission : शुभांशु शुक्ला अपने तीन साथियों के साथ अंतरिक्ष स्टेशन से धरती के लिए रवाना, जानिए कब और कहां होगी लैंडिंग

Axiom-4 Mission : Axiom-4 मिशन के तहत अंतरिक्ष स्टेशन पर गए यात्रियों को लेकर आ रहा एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स का ड्रैगन अंतरिक्ष यान इंटरनेशनल अंतरिक्ष स्टेशन से अलग हो गया है। कल यानी मंगलवार, 15 जुलाई को दोपहर 3 बजे ड्रैगन अंतरिक्ष यान की कैलिफोर्निया के तट पर लैंडिंग होगी।

नई दिल्ली। Axiom-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर गए भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अपने अन्य तीन साथियों के साथ धरती पर वापसी के लिए रवाना हो चुके हैं। उनको लेकर आ रहा एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स का ड्रैगन अंतरिक्ष यान इंटरनेशनल अंतरिक्ष स्टेशन से अलग हो गया है। कल यानी मंगलवार, 15 जुलाई को दोपहर 3 बजे ड्रैगन अंतरिक्ष यान की कैलिफोर्निया के तट पर लैंडिंग होगी। शुभांशु और उनके साथी नासा की अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन, हंगरी से तिबोर कापू और पोलैंड के स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की 25 जून को अंतरिक्ष यात्रा पर निकले थे।

शुभांशु समेत Axiom-4 मिशन पर गए सभी अंतरिक्ष यात्रियों की विदाई से पहले उनके लिए एक खास फेयरवेल का आयोजन किया गया। शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष से अनडॉक से पहले दिए अपने संदेश में कहा, जल्द धरती पर मुलाकात करेंगे।  वहीं कमांडर पैगी व्हिटसन ने Axiom-4 मिशन में सहयोग के लिए अंतरिक्ष स्टेशन के चालक दल को धन्यवाद दिया। शुभांशु ने इस मिशन के दौरान अंतरिक्ष स्टेशन पर साइंस एक्टिविटी की। उन्होंने नासा के 5 एक्सपेरिमेंट में हिस्सा लिया। भारत के गगनयान मिशन में शुभांशु का यह एक्सपीरियंस काम आएगा। शुभांशु ने कपोला मॉड्यूल के 7 ऑब्जर्वेशन विंडो से धरती को अलग-अलग तरीके से देखा और इसके संबंध में भी जानकारी जुटाई। उधर, यूपी के लखनऊ में रहने वाले शुभांशु के माता पिता उनकी वापसी को लेकर खासे उत्साहित हैं और बेसब्री से उनका इंतजार कर रहे हैं।

शुभांशु जब अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचे थे तब पीएम नरेंद्र मोदी ने उनसे बात की थी। शुभांशु ने अपने अनुभव शेयर करते हुए पीएम से कहा था कि यह सिर्फ मेरी यात्रा नहीं है, बल्कि यह हमारे देश की भी यात्रा है, मुझे भारत का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व है। मोदी ने उनको बधाई देते हुए कहा था कि परिक्रमा करना भारत की सदियों पुरानी परम्परा है और आपको तो पृथ्वी माता की परिक्रमा का सौभाग्य मिला है।